कृषि ऋण: 19 लाख 36 हजार 470 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध

कृषि ऋण: 19 लाख 36 हजार 470 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध

छत्तीसगढ़ –   राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में खेती के लिए अल्प कालीन कृषि ऋण देने के उद्देश्य से 19 लाख 36 हजार 470 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया गया है। किसानों को उनकी खेती की जमीन के रकबे के हिसाब से अल्पकालीन कृषि ऋण स्वीकृत किए जाते हैं।

कृषि विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि वित्तीय वर्ष 2014-15 में दो हजार 437 करोड़ 81 लाख रूपए के ऋण बांटे गए। अल्पकालीन कृषि ऋण में खाद, बीज और नगद राशि दी जाती है। चालू खरीफ मौसम के लिए सहकारी समितियों से अल्प कालीन ऋण के तहत खाद-बीज और नगद राशि देने का काम तेजी से चल रहा है।

कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसानों से अल्प कालीन कृषि ऋण लेने के लिए तुरंत सहकारी साख समितियों में सम्पर्क करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि समितियों में अल्प कालीन ऋण के तहत किसानों को मांग के अनुरूप खाद, बीज और नगद राशि दी जा रही है। किसान सुविधा के लिए खाद और बीज का अग्रिम उठाव कर सकते हैं। उससे उनको चालू खरीफ मौसम में समय पर खेती के सभी कार्य पूर्ण करने में सहूलियत होगी।

अधिकारियों ने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2004-05 से कृषि ऋण की ब्याज दर निरंतर  घटाये जाने के कारण किसान अब खेती के लिए अधिक ऋण ले रहे हैं। वर्ष 2003-04 तक ब्याज की दर 14 से 16 प्रतिशत थी। प्रदेश सरकार ने किसानों के व्यापक हित में वित्तीय वर्ष 2004-05 से ब्याज दर को घटाने का सिलसिला शुरू किया।

ब्याज दर पहले नौ प्रतिशत उसके बाद तीन प्रतिशत की गई। अब किसानों को बिना ब्याज के अल्पकालीन कृषि ऋण दिया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2000-01 में किसानों को 190 करोड़ रूपए ऋण बांटा गया। वित्तीय वर्ष 2001-02 में 154 करोड़, वित्तीय वर्ष 2002-03 में 260 करोड़ तथा वर्ष 2003-04 में 243 करोड़ के ऋण किसानों को बांटे गए। वर्ष 2004-05 में ब्याज दर घटाने के कारण किसानों ने 334 करोड़ रूपए का ऋण लिया। उसके बाद किसानों द्वारा खेती के लिए अधिक ऋण लिया जाने लगा।

वित्तीय वर्ष 2005-06 में 252 करोड़, वित्तीय वर्ष 2006-07 में 456 करोड़, वित्तीय वर्ष 2007-08 में 588 करोड़, वित्तीय वर्ष 2008-09 में 786 करोड़, वित्तीय वर्ष 2009-10 946 करोड़, वित्तीय वर्ष 2010-11 में एक हजार 116 करोड़, वित्तीय वर्ष 2011-12 में एक हजार 481 करोड़, वित्तीय वर्ष 2012-13 में दो हजार 33 करोड़, वित्तीय वर्ष 2013- 14 में दो हजार 535 करोड़ तथा वित्तीय वर्ष 2014- 15 में अक्टूबर 2014 तक की स्थिति में दो हजार 437 करोड़ 81 लाख रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण किसानों को वितरित किया।

अधिकारियों ने बताया कि अल्पकालीन कृषि ऋण ब्याज दर में निरंतर कटौती किए जाने के कारण ऋण लेने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बनाने वाले किसानों की संख्या बढ़ी है। वर्ष 2000-01 में 55 हजार 994 किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध था। जबकि वित्तीय वर्ष 2014-15 में 19 लाख 36 हजार 470 किसानों ने  किसान क्रेडिट कार्ड बनवा लिया है।

Related post

साइबर अपराधियों द्वारा ‘ब्लैकमेल’ और ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटनाओं के खिलाफ अलर्ट

साइबर अपराधियों द्वारा ‘ब्लैकमेल’ और ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटनाओं के खिलाफ अलर्ट

गृह मंत्रालय PIB Delhi——–  राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर साइबर अपराधियों द्वारा पुलिस अधिकारियों,…
90 प्रतिशत से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया : निर्वाचन आयोग

90 प्रतिशत से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया : निर्वाचन आयोग

कांग्रेस और भाजपा को छोड़कर अन्य पार्टियों की ओर से कोई बड़ी शिकायत लंबित नहीं है…
अव्यवस्थित सड़क निर्माण भी विकास को प्रभावित करता है

अव्यवस्थित सड़क निर्माण भी विकास को प्रभावित करता है

वासुदेव डेण्डोर (उदयपुर)———– देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज़ के वोटिंग प्रक्रिया भी समाप्त हो…

Leave a Reply