- September 18, 2023
इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर के प्रथम चरण – ‘यशोभूमि’ राष्ट्र को समर्पित
सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने इस शानदार सुविधा के निर्माण में श्रमिकों एवं विश्वकर्माओं के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “आज मैं ‘यशोभूमि’ को देश के प्रत्येक श्रमिक व विश्वकर्मा को समर्पित करता हूं।” उन्होंने आज के कार्यक्रम से जुड़े विश्वकर्माओं से कहा कि ‘यशोभूमि’ उनकी कृतियों को दुनिया एवं वैश्विक बाजारों से जोड़ने वाला एक जीवंत केन्द्र बनने जा रही है।
प्रधानमंत्री ने दुनिया भर में चर्चा का विषय बने भारत मंडपम का जिक्र करते हुए कहा, “आज का विकसित भारत हर क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान बना रहा है।” उन्होंने कहा कि यशोभूमि ने इस परंपरा को और अधिक भव्यता के साथ आगे बढ़ाया है। श्री मोदी ने जोर देकर कहा, “यशोभूमि का संदेश सशक्त और स्पष्ट है। यहां होने वाला कोई भी आयोजन सफलता और प्रसिद्धि अर्जित करेगा।” उन्होंने आगे कहा कि यशोभूमि भविष्य के भारत को प्रदर्शित करने का माध्यम बनेगी।
उन्होंने कहा कि यह देश की राजधानी में स्थित भारत की भव्य आर्थिक शक्ति और व्यावसायिक ताकत को प्रदर्शित करने वाला एक उत्कृष्ट केन्द्र है। उन्होंने कहा कि यह मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी और पीएम गतिशक्ति दोनों को दर्शाता है। उन्होंने इस तथ्य को मेट्रो द्वारा इस केन्द्र को प्रदान की गई कनेक्टिविटी संबंधी सुविधा और आज मेट्रो टर्मिनल के उद्घाटन का उल्लेख करके स्पष्ट किया। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यशोभूमि का इकोसिस्टम उपयोगकर्ताओं की यात्रा, कनेक्टिविटी, आवास और पर्यटन संबंधी आवश्यकताओं का ध्यान रखेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कॉन्फ्रेंस टूरिज्म’ भी वहीं प्रगति करेगा, जहां आयोजनों, बैठकों एवं प्रदर्शनियों के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध होंगे। इसलिए, भारत मंडपम और यशोभूमि सेंटर अब दिल्ली को कॉन्फ्रेंस टूरिज्म का सबसे बड़ा केन्द्र बनाने जा रहे हैं। लाखों युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है। श्री मोदी ने कहा, “भविष्य में, यशोभूमि एक ऐसी जगह बन जाएगी जहां दुनिया के विभिन्न देशों से लोग अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों, बैठकों और प्रदर्शनियों के लिए आयेंगे।”
प्रधानमंत्री ने विभिन्न हितधारकों को यशोभूमि में आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, “आज मैं दुनिया के विभिन्न देशों के प्रदर्शनियों एवं कार्यक्रमों के आयोजन से जुड़े लोगों को दिल्ली आने का निमंत्रण देता हूं। मैं पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण, देश के हर क्षेत्र के फिल्म उद्योग एवं टीवी जगत को आमंत्रित करता हूं। आप यहां अपने पुरस्कार व फिल्म समारोह आयोजित करें; यहां अपनी फिल्म का पहला शो आयोजित करें। मैं अंतरराष्ट्रीय इवेंट कंपनियों एवं प्रदर्शनी क्षेत्र से जुड़े लोगों को भारत मंडपम और यशोभूमि से जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं।”
अपने स्वागत भाषण में, केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि कठिन समय में प्रधानमंत्री द्वारा प्रदान किए गए नेतृत्व ने यह सुनिश्चित किया कि जी20 शिखर सम्मेलन को देश के हर कोने में ले जाया जाए और यह ‘जनता की अध्यक्षता’ बन गया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन इतना सफल रहा कि इसे एक विशेषज्ञ ने “मोदी आधारित जी20” कहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि नई दिल्ली नेताओं का घोषणापत्र भविष्य को एक नई दिशा देगा और यह वैश्विक मामलों की दिशा बदलने में एक अहम भूमिका निभाएगी।
श्री गोयल ने कहा कि यशोभूमि प्रधानमंत्री के ‘कौशल, गति और पैमाने’ के दृष्टिकोण का एक प्रमाण है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आईआईसीसी की यह परियोजना तेजी से पूरी हुई और आज यशोभूमि के रूप में इसका उद्घाटन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है और दूसरे चरण में इसका वर्तमान आकार दोगुना हो जाएगा। श्री गोयल ने कहा कि द्वारका स्थित यह कन्वेंशन सेंटर पीएम गतिशक्ति के आदर्श का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यहां से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक एक्सप्रेसवे के जरिए पांच मिनट में पहुंचा जा सकता है, मेट्रो कनेक्टिविटी इसे 20 मिनट में कनॉट प्लेस से जोड़ती है और इस परियोजना से जुड़ने वाले होटलों की पर्याप्त व्यवस्था है।
श्री गोयल ने कहा कि पिछले नौ वर्षों के दौरान देश में जो कन्वेंशन सेंटर बनाये जा रहे हैं, वे विश्वस्तरीय प्रदर्शनी केन्द्र बन जायेंगे। भारत मंडपम और यशोभूमि व्यापार, उद्योग, निर्यात एवं रोजगार को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि यशोभूमि एमएसएमई क्षेत्र, किसानों एवं कारीगरों को बढ़ावा देगी और उनके लिए नए अवसर एवं बाजार सुलभ कराएगी।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक मजबूत अर्थव्यवस्था एवं बुनियादी ढांचे का निर्माण, गरीबों का उत्थान, डिजिटलीकरण और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार सुनिश्चित करके अमृत काल में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की नींव रखी है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया समावेशी विकास के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता की साक्षी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी के जीवन को आसान करने हेतु कानूनों को सरल बनाने, स्टार्ट-अप की मदद करने, व्यापार एवं निर्यात को बढ़ावा देने, रोजगार के नए अवसर सृजित करने और लोगों के दिलों में विश्वास पैदा करने के कदम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह देश अब अजेय बन गया है। विश्वकर्मा योजना के ऐतिहासिक शुभारंभ का उल्लेख करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारे कारीगरों की कड़ी मेहनत को पहचाना है और यह योजना उन्हें सम्मान एवं मजबूती प्रदान करेगी।