- June 28, 2018
आयुष्मान भारत योजना–चिन्हित परिवार के सदस्यों का विवरण पांच दिन के अंदर पोर्टल पर अंकित करें–
लखनऊ : ———— प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रशान्त त्रिवेदी ने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चिन्हित परिवार के सदस्यों का विवरण स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर अंकित किये जाने में कतिपय जनपदों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए हैं कि यह कार्य प्रत्येक दशा में आगामी पांच दिन के अंदर पूर्ण करा लिया जाय।
उन्होंने समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिये कि प्रदेश में चिन्हित स्थानों पर 100 जन औषधि केन्द्रों की स्थापना हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करा ली जाय, ताकि जनमानस को सस्ती दर पर दवाओं की सुविधा अनुमन्य करायी जा सके।
श्री प्रशान्त त्रिवेदी आज योजना भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दे रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि प्रदेश में एनीमिया का प्रमुख कारण कुपोषण के अतिरिक्त पेट के कीड़े भी हैं।
उन्होंने कहा कि पेट के कीड़ों से मुक्ति के लिये प्रदेश में वर्ष में 2 बार 10 फरवरी एवं 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जाता है। श्री त्रिवेदी ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रदेश के 75 जनपदों में संचालित कर लगभग 7 करोड़ लोगांे को लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य है।
उन्होंने निर्देश दिये कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु जनपद स्तर से सभी सहयोगी विभागों के अधिकारियों की योजनाबद्ध टीम बनाकर क्षेत्र में कार्यक्रम की माॅनीटरिगं टीमों का गठन कार्यक्रम से तीन दिन पूर्व कर दिया जाए।
इस अवसर पर अपर मिशन निदेशक, एन0एच0एम0 ने कहा कि अधिकारियों द्वारा ब्लाॅक स्तर पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के कार्यान्वयन की निगरानी की जाए तथा इस कार्य हेतु गठित प्रत्येक टीम द्वारा कम से कम चार स्कूल/आंगनबाड़ी केन्द्रों पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का अनुश्रवण किया जाए।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक केन्द्रों से ससमय रिपोर्ट प्राप्त करने हेतु वैकल्पिक साधनों एवं उपायों जैसे-व्हाट्सअप, ई-मेल इत्यादि का भी उपयोग किया जाए तथा सभी स्तरों से ससमय रिपोर्ट प्राप्त कर डाटा कवरेज की शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने बताया कि साप्ताहिक आयरन सम्पूर्ण कार्यक्रम (विफ्स) के अंतर्गत किशोरों में खून की कमी को दूर करने के लिए स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर साप्ताहिक रुप से आयरन फोलिक एसिड की गोली अध्यापकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से खिलाई जा रही है।
5 से 10 वर्ष के 86.54 लाख एवं 10 से 19 वर्ष के 120.35 लाख किशोर/किशारियों का आच्छादित किया जा रहा है। वर्ष 2017-18 में 5 से 10 वर्ष के बच्चों में आयरन उपभोग का मासिक औसत कवरेज 26 प्रतिशत तथा 10 से 19 वर्ष के किशोर/किशोरियों का औसत मासिक कवरेज 28.94 प्रतिशत है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में विशेष सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री उमेश मिश्रा, निदेशक- एम0सी0एच0 परिवार कल्याण सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
संपर्क सूत्र-
सूचना अधिकारी –
दिनेश कुमार सिंह/अमित कुमार शुक्ला