- April 2, 2017
आजादी के बाद पहली बार शौचालय की सुविधा
जयपुर————-अजमेर शहर के बीचो-बीच हाथी भाटा के राजेन्द्रपुरा में आजादी के बाद से अब तक खुले में शौच का अभिशाप झेल रहे सैकड़ों लोगों को आज इस परेशानी से आखिरकार मुक्ति मिल गई। नगर निगम द्वारा भामाशाह के सहयोग से राजेन्द्रपुरा में घर-घर शौचालय बना दिए जाने से अब क्षेत्र के नागरिकों खुले में शौच के लिए नहीं जाना पड़ेगा। वार्ड 51 को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है।
शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत एवं जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने शनिवार राजेन्द्रपुरा में स्वच्छ भारत मिशन के तहत नवनिर्मित शौचालयों का लोकार्पण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से यह इलाका शहर के बीचो बीच होने के बावजूद खुले में शौच की परेशानी झेल रहा था। स्थानीय गरीब लोगों के लिए शौचालय बनवाने की ना तो यहां जमीन उपलब्ध थी और ना ही किसी योजना के तहत शौचालय के लिए राशि मिल पा रही थी।
दो बार विधायक कोष से राशि स्वीकृत की गई। लेकिन भूमि उपलब्ध नहीं होने से शौचालय बनवाए नही जा सके। अब स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत घर-घर शौचालय निर्माण की स्वीकृति से क्षेत्र के लोगों को यह सुविधा उपलब्ध होगी तथा उन्हें रोजाना की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।
प्रो. देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की सोच है कि हमारे शहर और गांव स्वच्छ और सुन्दर बने। इसीलिए स्वच्छ भारत मिशन का यह अभिनव अभियान शुरू किया गया है। अजमेर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। शहर के प्रत्येक वार्ड को खुले में शौच से मुक्त किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय पार्षद अनीश मोयल के प्रयासों की सराहना की।
महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि अजमेर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होने जा रहा है। ऎसे में योजना के तहत चयनित वार्डों में विशेष कार्य येाजना लागू की जा रही है। इन क्षेत्रों में सफाई एवं बुनियादी विकास कार्यों पर खास ध्यान दिया जा रहा है। शहर में 2 हजार करोड़ रूपए के विकास कार्य करवाए जाएंगे।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने कहा कि स्मार्ट सिटी, हैरिटेज सिटी, हृदय एवं अमृत सहित कई योजनाओं के तहत अजमेर का चयन किया गया है आने वाले दिनों में अजमेर एक विकसित शहर के रूप में अपनी पहचान बनाएगा।