- May 1, 2017
अधिकारी बैठको में पूरी तैयारी और जानकारी के साथ आएं -जल संसाधन मंत्री
जयपुर——————–जल संसाधन एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. रामप्रताप ने निर्देशित किया है। कहा कि जिला स्तरीय बैठकों में अधिकारी पूरी तैयारी व अपडेट सूचनाओं के साथ उपस्थित होवें। सरकार द्वारा संचालित किसी भी योजना में शिथिलता या लापरवाही बरती तो, इसे ऑन रिकॉर्ड लेकर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
प्रभारी मंत्री रविवार को कलेक्ट्रेट सभा हॉल में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण में को भी प्रथम चरण की भांति ढोल नगाड़ों के साथ आमजन का जुड़ाव बनाये रखें। विधालयों में जनजागरूकता रैलियां, गोष्ठियां तथा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं भी जल संरक्षण के संबंध में की जानी चाहिएं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में योजना का प्रथम चरण बेहद सफल रहा था। जहां-जहां वर्षा संग्रहण के लिये जोहड़, टांके, एनिकट बनाये गये थे, उनका पानी पीने में बहुत ही अच्छा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में आरएसी, सीआरपीएफ, पुलिस, स्काउट गाइड, सेना के जवानों तथा सामाजिक व धार्मिक संगठनों का भी सहयोग लिया जा सकता है।
जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान द्वितीय चरण में 947 कार्य स्वीकृत किये गये थे, जिनमें से 934 कार्यों की वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है तथा इन कार्यों को 31 मई 2017 तक पूर्ण किया जायेगा। श्रीगंगानगर जिले में सूरतगढ़ व श्रीगंगानगर शहर में भी जल स्वावलम्बन अभियान प्रारम्भ किया गया है।
श्रीगंगानगर में 2 करोड़ 4 लाख रूपये की राशि के 27 कार्य तथा सूरतगढ़ में 33 कार्य में से 26 कार्यों की स्वीकृतियां जारी की जा चुकी है तथा 14 कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
अधिकतम परिवारों को पट्टे दिये जायेंगे
डॉ. रामप्रताप ने निर्देश दिए कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रारम्भ किये गये अभियान में जो परिवार लम्बे समय से निवास कर रहे है, उन्हें पट्टे दिये जाये, जिससे उन्हें अन्य योजनाओं का लाभ मिल सकें। वन विभाग के नाम आरक्षित की गयी या राजरकबा भूमि पर जिन परिवारों ने आवास बना लिये हैं, उनके लिये एक टीम का गठन किया जाकर पूरे जिले का सर्वे कराया जाये। संबंधित एसडीएम, विकास अधिकारी तथा वन विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से सर्वे कर ऎसे स्थानों का चिन्हीकरण करेंगे, जिससे पट्टा आवंटन के लिये राज्य सरकार को लिखा जासेक। जिला कलक्टर ने बताया कि अम्बेडकर जंयती से प्रारम्भ किये गये पट्टा अभियान में अब तक जिले में 5 हजार 48 परिवारों को पट्टे जारी किये गये हैं।
अधिकतम पक्के खाळों का निर्माण हो
डॉ. रामप्रताप ने कहा कि गंगानगर, हनुमानगढ़ जिले में जल प्रबंधन में सबसे बड़ा कार्य पक्के खालों का निर्माण है। सीएडी विभाग अधिकतम खालों का निर्माण करे तथा जो खाले जर्जर व पुराने हैं, उन्हें भी दुबारा से पक्का किया जायेगा।
पूरा जिला ओडीएफ हो
डॉ रामप्रताप ने कहा कि श्रीगंगानगर जिले की समस्त 336 ग्राम पंचायतें स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ घोषित होनी चाहिए तथा आमजन नवीन शौचालयों का उपयोग करे तथा कोई भी नागरिक खुले में शौच के लिये नही जाये, ऎसी परम्परा विकसित की जाये। जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने बताया कि जिले में 244 ग्राम पंचायतें ओडीएफ घोषित की जा चुकी हैं तथा अगस्त 2017 तक पूरा जिला ओडीएफ घोषित किया जायेगा।
सीजेरियन प्रसव कम से कम हो
डॉ. रामप्रताप ने कहा कि कई स्थानों पर बिना जरूरत के सीजेरियन प्रसव करवाये जाने की जानकारियां मिलती हैं, जो महिला वर्ग के लिये अच्छी बात नही है। उन्होंंने कहा कि एएनएम व जीएनएम के माध्यम से गर्भवती महिलाओं में जागृति लायी जाये कि वे जरूरत के अनुसार कार्य एवं पैदल चलने की प्रवृति को बनाये रखें। महिलाओं का स्वास्थ्य सही होगा, तो सामान्य प्रसव में भी कोई मुश्किल नही होगी तथा चिकित्सकों को भी अति आवश्यक होने पर सीजेरियन प्रसव करवाने चाहिए।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिले
डॉ. रामप्रताप ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना एक अतिकल्याणकारी योजना है, जिसका सदुपयोग होना चाहिए तथा गरीब व पात्र मरीजों को निजी चिकित्सालयों में भी 3 लाख रूपये की राशि तक का निःशुल्क उपचार दिया जाये। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेश बंसल ने बताया कि 13 सरकारी व 33 निजी चिकित्सालयों में इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। सरकारी चिकित्सालयों के माध्यम से 3.41 करोड़ तथा निजी चिकित्सालयों के माध्यम से 11.84 करोड़ रूपये की राशि के दावे पारित किये गये है। डॉ. रामप्रताप ने कहा कि इस जनकल्याणकारी योजना में किसी चिकित्सालय द्वारा अनियमितता बरती जाती है तो उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
विद्यालयी छात्र-छात्राओं का नियमित चैकअप किया जाये
प्रभारी मंत्री ने कहा कि विद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से बालिकाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाये। उन्हें फोलिक एसिड तथा आयरन की गोलियां इत्यादि समय-समय पर दी जाये, जिससे उनके स्वास्थ्य में गुणात्मक सुधार लाया जा सके।
राजस्थान संपर्क पोर्टल की समीक्षा
प्रभारी मंत्री डॉ. रामप्रताप ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों की समीक्षा की तथा इस पोर्टल को बहुत उपयोगी पोर्टल बताया।
उन्होंने आगामी वर्षा ऋतु में अधिकतम वृक्षारोपण करने के निर्देश दिये, साथ ही सूरतगढ़ क्षेत्र में चिन्हित स्थान पर भी वृक्षारोपण करने के निर्देश दिये उन्होंने कहा कि 1 मई 2017 से प्रारम्भ होने वाले मुख्यमंत्री पशुबीमा योजना का लाभ भी सभी पशुपालकों को मिले, इसके लिये गांव-गांव शिविर लगाये जायें। नहरों के सुदृढ़ीकरण, कृषि, पेयजल, सिंचाई से संबंधित प्रगति पर चर्चा की गयी। विद्युत के क्षेत्र में कृषि कनेक्शन देने के लिये आवश्यक संसाधन भी तैयार करने के निर्देश दिये गये।
सूरतगढ़ विधायक श्री राजेन्द्र सिंह भादू ने कहा कि जोहड़ पायतन, गोचर भूमि तथा वन विभाग के लिये आरक्षित की गयी भूमि पर राजकीय भवन तथा कई परिवार लम्बे समय से आवास बनाकर रह रहे है, उन्हें भी पट्टे दिये जाये। उन्होंने कहा कि जिले में पक्का खाळा निर्माण का रूझान है, और विभाग को अधिकतम पक्के खळों का निर्माण करवाना चाहिए। श्री भादू ने निजी शौचालय निर्माण की राशि भिजवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जिले में होने वाले निर्माण व विकास कार्यों में सभी पंचायत समितियों को समान रूप से विकास कार्य दिया जाना चाहिए, जिससे जिले का सर्वांगीण विकास होगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कोटोकी, एडीएम प्रशासन श्री करतार सिंह पूनिया, एडीएम शहर श्री वीरेन्द्र कुमार, न्यास सचिव श्री नख्तदान बारहठ, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विश्राम मीणा, नगरपरिषद आयुक्त सुनीता चौधरी, श्री राजकुमार सोनी, श्री सुरेन्द्र भांभू, श्री आत्माराम तरड़, डॉ, बृजमोहन सहारण सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।