- February 7, 2016
अजमेर संभाग: राज्य बजट में स्थानीय आवश्यकताओं को प्राथमिकता -मुख्यमंत्री
जयपुर ——- आगामी राज्य बजट को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने की अभिनव पहल के तहत मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने शनिवार को अजमेर संभाग के जनप्रतिनिधियों के साथ अजमेर में बैठक की और उनसे बजट संबंधी सुझाव लिए। श्रीमती राजे ने जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र की प्रमुख मांगों का फीडबैक लेते हुए कहा कि प्रत्येक जिले की स्थानीय आवश्यकताओं एवं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए संभागवार बैठकें की जा रही हैं। इसके आधार पर बजट तैयार होगा और उससे प्रदेश का समग्र विकास होगा।
जल भागीरथ सम्मान
मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का आह्वान किया कि वे जल स्वावलम्बन अभियान में व्यक्तिगत रूचि लेकर भागीदारी निभाएं एवं इसे आमजन का अभियान बनाएं। बैठक में नागौर जिला कलक्टर श्री राजन विशाल ने बताया कि उनके जिले में अभियान में सहयोग करने वालों को ‘जल भागीरथ” के रूप में सम्मानित कर प्रशस्ति-पत्र देने की पहल की गई है।
श्रीमती राजे ने इसे अच्छा प्रयास बताते हुए कहा कि ऐसा अन्य जिलों में भी किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान को जन आन्दोलन बनाने के लिए जिला, तहसील एवं गांव स्तर पर विकास समितियां बनाने के निर्देश दिए।
श्रीमती राजे ने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान में वित्तीय सहयोग के साथ ही शारीरिक श्रम, जागरूकता एवं संसाधन उपलब्ध कराकर मदद की जा सकती है। प्रत्येक वर्ग इसमें सहयोग करे। यह अभियान राजस्थान को जल के क्षेत्र में स्वावलम्बी बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण अभियान है।
विकास योजनाओं में देरी बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि विकास योजनाएं समय पर पूरी हों, ताकि आमजन को उनका समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि योजनाओं में देरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बजट पर चर्चा के दौरान श्रीमती राजे ने अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर एवं टोंक जिलों के जनप्रतिनिधियों के साथ प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने जिला एवं विधानसभा क्षेत्रवार सुझाव लिए।