- February 17, 2017
स्वच्छ भारत अभियान००००ब्रांड एम्बेसडर, राजस्थान स्वच्छता अभियान
जयपुर—– स्वच्छता अभियान के राज्य ब्रांड एम्बेसडर श्री के. के. गुप्ता ने कहा है कि मुख्यमंत्री के स्वच्छ राजस्थान के सपने को हम समन्वित प्रयासों से साकार रूप प्रदान करेंगे। उन्होंने यह आह्वान स्वच्छ भारत अभियान के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए अजमेर एवं नागौर में आयोजित निकायों की बैठकों में उपस्थितजन से किया।
स्वच्छ भारत राजस्थान के ब्रांड एम्बेसेडर डूंगरपुर नगर परिषद सभापति श्री के.के.गुप्ता ने शुक्रवार को अजमेर सूचना केन्द्र में आयोजित स्वच्छता कार्यशाला में जिले के नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों को खुले में शौच से मुक्त, स्वच्छ एवं सुन्दर नगर बनाने के अनेक गुर एवं अपने अनुभवों को बताया।
श्री गुप्ता ने कहा कि हमें ऎसे प्रयास करने होंगे कि राजस्थान स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य के लिए जाना जाए और इसके लिए स्थानीय निकाय तथा जिला प्रशासन आपसी समन्वय एवं सहयोग से निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते है।
उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने में जन संचार माध्यमों की अहम भूमिका को भी स्पष्ट करते हुए सराहना की। उन्होंने समस्तजन से आह्वान किया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री स्वच्छता अभियान के लिए जितने गंभीर हैं उतनी ही जिम्मेदारी से हमें कार्य को करना होगा। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सक्रियता के साथ काम करने से क्षेत्र हर व्यक्ति जुड़ता चला जाएगा और एक जन आंदोलन का रूप लेने से कार्य को सही दिशा मिलेगी।
उन्होंने स्वच्छता कें विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुए कहा कि शहर के विभिन्न मोक्षधामों को बगीचे में रूपान्तरित किए जाने तथा शौचालय, मूत्रालय एवं आरओ प्लान्ट स्थापित के साथ ही शहर के सौंदर्यीकरण के संबंध में चर्चा की। साथ ही शहर के समस्त घरों से कचरा संग्रहण के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग के साथ कार्य करने को सार्थक बताया ।
उन्होंने कहा कि कार्य की पूर्णता के लिए आवश्यक है कि शिकायत कक्ष प्रभावी हो, इससे शहर की स्वच्छता पर आसानी से निगरानी रखकर सफाई की जा सकती है तथा नियमित तौर पर सफाई करने से धीरे-धीरे शिकायतों की संख्या में कमी आने लगती है। घर-घर कचरा संग्रहण करने से स्वच्छता का लगभग साठ फीसदी कार्य सम्पन्न हो जाता है ।
उन्होंने स्थानीय निकायों की आय बढ़ाने के लिए गीले कचरे को अलग से एकत्र करके जैविक खाद बनाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गायों को प्लास्टिक खाने से बचाना भी स्वच्छता का एक भाग है। शहर में प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के लिए कपड़े के बैग वितरित करने एवं प्लास्टिक कैरीबैग पर पूर्ण प्रतिबंध हेतु प्रभावी कदम उठाने की भी बात कही।