- September 21, 2017
सीएम की फ़्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा — डा. राकेश गुप्ता
झज्जर/बहादुरगढ़ (गौरव शर्मा)—–बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए झज्जर जिला में लिंगानुपात में उल्लेखनीय सुधार हुआ है साथ ही सड़क सुरक्षा के प्रति चलाए गए जागरुकता कार्यक्रमों के भी अच्छे नतीजे आए है और लाइसेंस के लिए ड्राइविंग टेस्ट को लेकर भी प्रगति देखने को मिली है।
यह बात मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. राकेश गुप्ता ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से झज्जर जिला के प्रशासनिक अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। वे मंगलवार की सांय चण्डीगढ से झज्जर जिला में मुख्यमंत्री के फ़्लैगशिप कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे।
लिंग जांच रोकने के लिए निगरानी तंत्र एक्टिव—उपायुक्त सोनल गोयल ने अतिरिक्त प्रधान सचिव को जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर जिला की टास्क फ़ोर्स ने कई बार अंतर जिला व अंतर राज्य रेड की है। बीते दिनों टास्क फ़ोर्स को मिली लीड के आधार पर नई दिल्ली के साउथ वेस्ट जिला की एसडीएम से उन्होंने स्वयं बात की थी।अवैध तरीक़े से लिंग जाँच की रोकथाम के लिए आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व अन्य सूत्रों का पूरा निगरानी तंत्र जिला में एक्टिव है। उन्होंने आगामी एक माह के दौरान बेहतर नतीजों का भी भरोसा दिलाया।
रोहतक में होगा वाहनों का फिटनेस टेस्ट
उपायुक्त ने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता को लेकर झज्जर जिला में चलाए गए कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी। झज्जर जिला में रोड सेफ़्टी एसोसिएट भी एक्टिव है और विभिन्न विभाग आपसी समन्वय से कार्य कर रहे है। उपायुक्त ने बताया कि वाहन फ़िटनेस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए रोहतक में चल रहे ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर में आगामी सप्ताह से जिला से वाहन भेजे जाएंगे।
बादली उपमंडल सुविधाओं पर संतोष—अतिरिक्त प्रधान सचिव ने नवगठित बादली उपमण्डल में लोगों को मिलने वाली सुविधाओं की भी समीक्षा की और प्रशासन की ओर से दी गई रिपोर्ट पर संतोष जताया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देश है कि सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण कार्यालय व एसडीएम कार्यालयों के मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) में सुधार के लिए सीएमजीजीए सहयोग करेंगे।
अंतिम चरण में स्ट्रे कैटल फ्री कार्यक्रम—-उपायुक्त मे वीडियो कांफ्रेंस के दौरान झज्जर जिला को स्ट्रे कैटल फ्री बनाने के लिए किए जा रहे कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दस दिनों के दौरान इस कार्य में तेज़ी आई है। बेसहारा पशुओं को पकडऩे को लिए संबंधित टीम का दैनिक टारगेट फ़िक्स कर दिया गया है।
आगामी एक सप्ताह के दौरान नतीजे तक पहुंचने की पूरी उम्मींद है। उन्होंने झज्जर जिला के शहरी क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ)बनाने की दिशा में किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि झज्जर जिला का ग्रामीण क्षेत्र पहले से ही खुले में शौच मुक्त घोषित हो चुका है और शहरी क्षेत्रों में जारी प्रयासों को देखते हुए शीघ्र ही रिजल्ट मिलने की उम्मीद है।
लघु सचिवालय स्थित वीडियो कांफ्रेंस कक्ष में अतिरिक्त उपायुक्त आमना तस्नीम, एसडीएम बेरी संजय राय, एसडीएम झज्जर प्रदीप कौशिक, एसडीएम बहादुरगढ जगनिवास, एसडीएम बादली त्रिलोक चंद, डीएसपी हंसराज, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विशाल कुमार, सीएमजीजीए निषिता बनर्जी, सिविल सर्जन डा रमेश धनखड़, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी अमित पवार, ज़िला शिक्षा अधिकारी सतवीर सिंह, जिला सूचना प्रोद्योगिकी अधिकारी अमित बंसल, जिला उद्योग केंद्र के सहायक निदेशक रोहताश, महिला एवं बाल विकास विभाग की ज़िला परियोजना अधिकारी सुनैना, डिप्टी सिविल सर्जन डा राकेश, जिला बाल संरक्षण अधिकारी लतिका, रोड सेफ़्टी एसोसिएट गोपाला धवन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।