• April 17, 2015

सहकारी ऋण नीति शीघ्र – सहकारिता मंत्री

सहकारी ऋण नीति शीघ्र – सहकारिता मंत्री

जयपुर -सहकारिता मंत्री श्री अजय सिंह किलक ने कहा है कि राज्य में शीघ्र ही किसानोन्मुखी व सदस्योन्मुखी सरलीकृत सहकारी ऋण नीति जारी होगी।

श्री किलक गुरूवार को सहकार भवन में अल्पकालीन सहकारी साख व्यवस्था के सरलीकरण के लिए गठित कमेटी की अनुशंषाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष ग्राम सेवा सहकारी समितियों से 20 फीसदी नए किसानों को ऋण सुविधा से जोड़ा जाएगा।

उन्होंने जोर देकर कहा कि नई ऋण नीति में किसानों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराने पर जोर देने के साथ ही ऋण वितरण की पारदर्शी व्यवस्था तय की जाएगी ताकि आवेदन करने वाले सदस्यों को प्राथमिकता से ऋण सुविधा प्राप्त हो सके।

उन्होंने कहा कि ऋण वितरण में मनमर्जी सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से प्रभावित काश्तकारों के हितों को ध्यान में रखते हुए खरीफ फसली सहकारी ऋण को चुकाने की अवधि को बढ़ा दिया गया है।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारी बैंक किसानों के अपने बैंक है और इनमेें वित्तीय अनुशासन की कड़ाई से पालना सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने ऑडिट नहीं कराने वाली सहकारी संस्थाओंं के विरुद्घ सहकारिता अधिनियम के तहत् सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आवश्यकता महसूस होने पर ऐसी संस्थाओं के पंजीयन रद्द करने जैसे कड़े कदम उठाने में भी विभाग नहीं हिचकिचाएगा।

श्री किलक ने कहा कि पिछले साल-सवा साल में सहकारिता क्षेत्र ने गति पकड़ी है। गांवों की सहकारी समिति को बिजनेस हब के रुप में विकसित किया जा रहा है। गॉंवों में दस हजार टन भण्डारण क्षमता विकसित की जा रही है। महिलाओं के लिए महिलाओं द्वारा संचालित सुपर मार्केट खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सहकारी सुविधाओं के विस्तार और व्यवस्था के सरलीकरण पर जोर दिया जा रहा है।

सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री दीपक उप्रेती ने ऋण आवेदन पत्र के सरलीकरण पर जोर देते हुए कहा कि एक पेज से अधिक का ऋण आवेदन पत्र नहीं होना चाहिए। अनावश्यक औपचारिकताओं को कम करने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए उन्होंने डिजीटल ऋण आवेदन पत्र की संभावनाओं को तलाशने को कहा ताकि ऋण वितरण में और अधिक पारदर्शिता बनी रह सके।

अतिरिक्त रजिस्ट्रार बैंकिंग श्री इन्दर सिंह ने ऋण प्रक्रिया के सरलीकरण के संबंध में आवश्यक सुझावों को कम्प्यूटर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विस्तार से प्रस्तुत किया। अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक श्री महेन्द्र सिंह जावला ने सहकारी बैंकों की जानकारी दी।

बैठक में विशिष्ट सहायक श्री एस.पी. सिंह, अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्री विजय प्रकाश जोशी, श्रीमती शिल्पी पाण्डे, संयुक्त रजिस्ट्रार नियम श्री लीला पुरुषोत्तम, जयपुर, जोधपुर और अलवर केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध संचालक, संयुक्त रजिस्ट्रार बैंकिंग श्री के.एन. शर्मा व विभाग एवं अपेक्स बैंक के वरिष्ठ अधिकारियेां ने हिस्सा लिया।

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