- January 23, 2018
शहीदों के बलिदान से मिली देश को आजादी: धनखड़
नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन
झज्जर, 23 जनवरी। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती के अवसर पर नमन किया।
मंगलवार को झज्जर में पुरानी तहसील परिसर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और गांव धांदलान में वीर शिरोमणि शौर्य सम्मान समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों, युद्ध वीरांगनाओं व सरहदों पर देश का मान बढ़ाने वाले सैनिकों को सम्मानित किया।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने गांव धांदलान में आयोजित वीर शिरोमणि शौर्य सम्मान समारोह में उमड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आईसीएस की नौकरी देश को स्वाधीनता दिलाने के लिए छोड़ दी। वे एक बड़ी शखसियत थे। उनकी आजाद हिंद फौज में हरियाणा से बड़ी संख्या में लोग जुड़े और कोहिमा (नागालैंड) में अंग्रेजी सेना के साथ लड़ाई में हमारे वीरों ने कुर्बानियाँ दी। उन्होंने कहा कि नेताजी की बहादुरी के किस्सों पर हमारे लोकगीत भी हुए है।
चबरसन लगे फूल बोस पर, जब हाथ मिला हिटलर आदि गीत हमारी दादी-नानी गाया करती। हिटलर जैसे लोग उनकी बहादुरी के क़ायल थे। उस समय उन्होंने दुनिया में भारत का नाम किया था। उसी तर्ज़ पर आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी दुनिया में भारत का नाम कर रहे थे। उन्होंने शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों की अनदेखी को लेकर पूर्व की कांग्रेस सरकार को भी जमकर कोसा।
कृषि मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों से आज़ादी हमें शहीदों के बलिदान से मिली है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि तुम मुझे ख़ून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा। उनके व्यक्तित्व की कोई बराबरी नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का बड़ा योगदान रहा है। देश में नेहरू से भी पहले तिंरगा लहराने का श्रेय भी नेताजी को जाता है। आजाद हिंद फौज, नेता जी सुभाष चंद्र बोस व अनाम शहीदों की कहानी को पब्लिक डोमेन में लाने वाले डॉक्यूमेंट्री बनाने व किताब लिखने वाले को हरियाणा सरकार की ओर से प्रोत्साहन दिया जाएगा।
वीर शिरोमणि शौर्य सम्मान समारोह के दौरान कृषि मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी ललती राम, परमानंद व कारगिल के युद्ध में शौर्य दिखाने वाले महावीर चक्र विजेता दिगेंद्र सिंह सहित अनेक पूर्व सैनिकों व युद्ध वीरांगनाओं को सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिला परिषद के अध्यक्ष परमजीत सौलधा, उपाध्यक्ष योगेश सिलानी, भाजपा नेता विक्रम कादियान, पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रांतीय संयोजक कर्नल राजेंद्र सिंह सुहाग, आयोजन समिति की ओर से राजेश धनखड़, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष पवन छिल्लर, मनीष शर्मा दुजाना, रविभान राठी, बिजेंद्र माण्डोठी, सीमा दहिया, डा. धर्मेंद्र बब्लू, अनिल मातनहेल, वीरेंद्र ढिल्लू सरपंच धांदलान, राजेश सरपंच गोच्छी, रवि भंभेवा, राम बरहाणा जी, महेश शेरिया, ओमप्रकाश मदाना कलां, अनिल मदाना कलां, बलवान छोछी, योगेश दुजाना, नरेंद्र कुकडोला, प्रदीप अहलावत, संजीव कादियान, आर एस वर्मा, जोरा सिंह व मनीष बंसल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त सुशील सारवान व बेरी के एसडीएम संजय राय भी इस दौरान मौजूद रहे।
ग्राम पंचायतों ने एकजुट होकर किया नेताजी की जंयती पर शहीदों को याद
वीर शिरोमणि शौर्य सम्मान समारोह का आयोजन धांदलान, डीघल, बरहाणा (एम), बरहाणा (जी), दुजाना, चमनपुरा, लकडिय़ा, गांगटान, छोछी, मदाना खुर्द, मदाना कलां, शेरिया, भंभेवा व गोच्छी आदि ग्राम पंचायतों ने संयुक्त रूप से किया।
ग्राम पंचायतों के संयोजक राजेश धनखड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर धांदलान व आस-पास की पंचायतों ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन करते देश की आजादी में योगदान देने वाले सेनानियों, शहीदों, सैनिकों व वीरांगनाओं को नमन किया।
कार्यक्रम के आयोजन में सरपंच व उनके प्रतिनिधियों की भूमिका उल्लेखनीय रही। आयोजन समिति में वीरेंद्र ढिल्लू सरपंच धांदलान, राजेश सरपंच गोच्छी, रवि भंभेवा, सुरेंद्र बरहाणा एम, जसबीर दुजाना, जगत डीघल, रामकिशन चमनपुरा, सुरेंद्र धोलू लकडिय़ा, चरण सिंह चरणू गांगटान, राम बरहाणा जी, महेश शेरिया, ओमप्रकाश मदाना कलां, अनिल मदाना कलां, बलवान छोछी का योगदान सराहनीय रहा।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने भी आयोजन के लिए पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों की सराहना की।