- November 20, 2016
विक्टोरिया क्रॉस उमराव सिंह की 11 वीं पुण्यतिथि–ओपन कबड्डी का आयोजन
झज्जर, 20 नवंबर—विक्टोरिया क्रॉस विजेता कैप्टन उमराव सिंह की 11वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पैतृक गांव पलड़ा में दो दिवसीय ओपन कबड्डी और रागनी प्रतियोगिता का शुभारंभ 21 नवंबर सोमवार होगा।
ग्राम पंचायत पलड़ा की ओर से आयोजित दो दिवसीय कबड्डी और रागनी प्रतियोगिता में हरियाणा सरकार में सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर एवं मुख्यमंत्री के निजी सचिव अभिमन्यु पलड़ा करेंगे।
आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के मंत्री राव नरबीर सिंह उपस्थित रहेंगे। प्रदेश के वीर सैनिक की पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाली खेल व रागनी प्रतियोगिताओं से क्षेत्र के युवाओं को देश भक्ति की पे्ररणा मिलेगी।
प्रतियोगिताओ के बारे जानकारी देते हुए ग्राम पंचायत पलड़ा ने बताया कि भारतीय सेना में रहते हुए बहादुरी का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार पाने वाले विक्टोरिया क्रॉस कैप्टन उमराव सिंह की स्मृति में पुण्य तिथि पर उनके पैतृक गांव पलड़ा में बड़े स्तर पर खेल स्पर्धा के साथ लोक गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। ग्राम पंचायत पलड़ा की ओर से 21 व 22 नवंबर को होने वाले इस आयोजन के अंतर्गत गांव के राजीव गांधी खेल स्टेडियम में ओपन कबड्डी स्पर्धा का आयोजन होगा।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से खिलाड़ी इस स्पर्धा में भागीदारी करेंगे। प्रदेश के लोक गायन में अपनी खास पहचान रखने वाले प्रदेश के लोक कलाकार भी इस खास मौके पर अपने सुर-ताल से जांबाज कैप्टन उमनराव सिंह को अपनी श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित होंगे। लोक गायकों के इस संगम पर ग्राम पंचायत ने रागिनी कम्पीटीशन को भी आयोजन में शामिल किया है।
विक्टोरिया क्रॉस उमराव सिंह की 11वीं पुण्यतिथि 21 नवंबर को है। उन्हीं की स्मृति में खेल व गायन स्पर्धाओं के साथ ग्राम पंचायत यह आयोजन कर रही है। उल्लेखनीय है कि स्व.उमराव सिंह को विक्टोरिया क्रॉस उनके अदम्य साहस और वीरता के लिए दिया गया था।
रॉयल इंडियन आर्टिलरी में रहते हुए उन्होंने 1944 में जापानी सैनिकों की दो कंपनियों से अकेले लोहा लेते हुए अदम्य साहस और वीरता का एक नायाब उदाहरण पेश किया था। लंदन के वार मैमोरियल में भी जाबांज उमराव सिंह का नाम दर्ज है। यह भी संयोग है कि 21 नवंबर 1920 को जन्मे उमराव सिंह ने अंतिम श्वास भी वर्ष 2005 में 21 नवंबर के ही दिन ली।