- December 25, 2014
लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम में 26 नई लोक सेवाएँ शामिल
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कर्त्तव्यों का निर्वहन करते हुए जन-कल्याण के लिये अधिकारों का उपयोग करना ही सुशासन का मंत्र है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को मिली उपलब्धियाँ सुशासन से ही मिली है। श्री चौहान ने लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम के दायरे में 26 नई लोक सेवाएँ शामिल करने की घोषणा की। श्री चौहान आज यहाँ समन्वय भवन में सुशासन दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस 25 दिसम्बर को राष्ट्रीय सुशासन दिवस घोषित किया है। श्री चौहान ने उपस्थित लोक सेवकों को सुशासन के उच्च मापदंड अपनाने, प्रशासन को जनकेन्द्रित, जबाबदेह और पारदर्शी बनाने का संकल्प दिलाया।
श्री चौहान ने कहा कि जो जहाँ पदस्थ है, वहाँ अपना कार्य पूरी ईमानदारी से करे। यही सबसे बड़ी लोक सेवा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग को निर्देश दिये गये हैं कि वह उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मानित करने की पहल करें।
श्री चौहान ने श्री अटल बिहारी बाजपेयी को भारत का मुकुटमणि बताते हुए कहा कि वे मौलिक चिंतक, प्रखर राष्ट्रवादी, मनीषी और मानवीय गुणों से परिपूर्ण व्यक्तित्व हैं। उन्होंने देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि परतंत्र भारत में विश्वविद्यालय की स्थापना करना एक असाधारण काम था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन के लिये लोक कल्याण शिविर, जन सुनवाई, 181 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, ई-टेंडरिंग, ई-पेमेंट जैसी व्यवस्थाएँ स्थापित की गईं हैं। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मान मिलेगा और लापरवाह को दण्डित किया जायेगा।
लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि सुशासन के संकल्प का ही परिणाम है कि मध्यप्रदेश बीमारू राज्यों की श्रेणी से बाहर आकर आज विकास की नई ऊँचाइयाँ छू रहा है और नये मापदण्ड स्थापित कर रहा है।
मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी की सुदीर्घ सेवाओं का स्मरण करते हुए प्रदेश में सुशासन सप्ताह मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शासन के हर स्तर पर सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग हो रहा है। प्रदेश में वर्चुअल क्लास रूम जैसी नवाचारी व्यवस्था शुरू की गई हैं। इसके माध्यम से एक लाख व्याख्यान के जरिये दूरस्थ अंचलों के 9 लाख विद्यार्थी लाभांवित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मानित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री जन-धन योजना में उत्कृष्ट कार्यों के लिये कलेक्टर उज्जैन श्री कविन्द्र कियावत, कलेक्टर इंदौर श्री आकाश त्रिपाठी, खण्डवा कलेक्टर श्री एम.के.अग्रवाल एवं लीड बेंकों के वरिष्ठ अधिकारियों को सम्मानित किया।
समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लालसिंह आर्य, आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, महानिदेशक अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेष्ण संस्थान श्री आई.एस.दाणी उपस्थित थे। सूचना प्रौद्योगिकी सचिव श्री हरिरंजन राव ने आभार व्यक्त किया।