‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत एडीआईपी योजना के अंतर्गत ‘दिव्यांगजन’ सहायक उपकरणों के वितरण

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत एडीआईपी योजना के अंतर्गत ‘दिव्यांगजन’  सहायक उपकरणों के वितरण

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री सुश्री प्रतिमा भौमिक ने भरतपुर जिले में भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत एडीआईपी योजना के अंतर्गत ‘दिव्यांगजन’ और वरिष्ठ नागरिकों को सहायता और सहायक उपकरणों के वितरण के लिए ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ का उद्घाटन किया।

इस शिविर का आयोजन भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत एक मिनीरत्न-II सार्वजनिक उपक्रम, भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एएलआईएमसीओ) और दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग द्वारा भरतपुर के जिला प्रशासन (राजस्थान) के सहयोग से राज्य के भरतपुर जिले में कृष्णा नगर स्थित सभागार में किया गया था।

एएलआईएमसीओ द्वारा भरतपुर जिले में 10 नवंबर से 16 नवंबर 2021 तक विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए गए मूल्यांकन शिविर के दौरान 1155 दिव्यांगजन और 586 वरिष्ठ नागरिकों सहित कुल 1741 लाभार्थियों की विभिन्न प्रकार के सहायता और सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए पहचान की गई है, भारत सरकार की राष्ट्रीय वयोश्री योजना (आरवीवाई) और एडीआईपी योजना के तहत प्रदान किए गए इन सहायता उपकरणों का कुल मूल्य 304 लाख रुपये है।

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सुश्री प्रतिमा भौमिक ने कहा कि आज यह समारोह हमें समाज के वंचित वर्ग, दिव्यांगजनों और देश की बुजुर्ग आबादी के सशक्तिकरण के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि हमारा मंत्रालय दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए निरंतर रूप से कार्यरत है और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि यदि भरतपुर की राज्य सरकार और जिला प्राधिकरण भरतपुर जिले में डीडीआरसी खोलने का प्रस्ताव प्रस्तुत करते हैं तो उनका मंत्रालय दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के हित में क्षेत्र में इस तरह की सुविधा को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए पूरा समर्थन प्रदान करेगा।

समारोह की अध्यक्षता कर रही भरतपुर की लोकसभा सांसद रंजीता कोली ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए अपने निर्वाचन क्षेत्र में वितरण शिविर आयोजित करने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री और भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया, जो निश्चित रूप से दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के सशक्तिकरण में मदद करेगा।

ब्लॉक स्तर पर मूल्यांकन शिविर के दौरान चिन्हित किए गए दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिक लाभार्थियों के बीच वितरित किये जाने वाले विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरण अनुवर्ती वितरण शिविर की एक श्रृंखला में पंजीकृत हैं।
110 मोटर चालित ट्राइसाइकिल के अलावा विभिन्न अन्य प्रकार के सहायक उपकरण जिन्हें ब्लॉक स्तर पर मूल्यांकन शिविरों के दौरान पंजीकृत दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिक लाभार्थियों के बीच वितरित किया जाना है, उनमें पारंपरिक ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी, चलने की छड़ें, रोलर्स, स्मार्ट फोन, स्मार्ट केन, ब्रेल किट, ब्रेल केन, सीपी चेयर, एमएसआईईडी किट, एडीएल किट (कुष्ठ रोग के लिए), हियरिंग एड, कृत्रिम अंग, कमोड के साथ व्हीलचेयर, कमोड के साथ स्टूल, घुटने के ब्रेस, स्पाइनल सपोर्ट, फुट केयर यूनिट, एलएस बेल्ट, सिलिकॉन क्यूशन, टेट्रापॉड, वॉकर, चश्मा और डेन्चर शामिल हैं।

इस अवसर पर, जिला प्रशासन और एएलआईएमसीओ के वरिष्ठ अधिकारी सांवर मल वर्मा, संभागीय आयुक्त श्री आलोक रंजन, जिला कलेक्टर भरतपुर भी उपस्थित थे।

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