- March 7, 2018
राजीव गांधी ने श्री लंका में हजारों सैनिकों को मरवाया
सुतिंदर छावडा (कलकता)——————— 1985-86 में LTTE यानी लिट्टे आतंकी संघटन ने श्रीलंका को परेसान कर रखा था तब तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीवगांधी ने बिना मांगे श्रीलंका को सैन्य सहायता भेजी थी लगभग पन्द्रह हजार भारतीय फौजी श्रीलंका भेजे गये और सब के सब सरदार थे उन सैनिकों को गृहमंत्रालय से सीधा आदेश मिलने की प्रतीक्षा करने को कहा गया और भारत से उन्हें जो राइफल मैगजीन दी गई उन्हें यहीं पर खाली कर लिया गया था।
केवल कुछ ऑफिसर को लोडेड रिवाल्वर दी गई साथ ही सख्त आदेश था कि उन्हें किसी भी स्तिथि में श्रीलंका की जमीन पर गोली नही चलानी हैं।
जब आतंकी संघटन लिट्टे को पता चला कि भारत से सेना उनपर हमला करने आई हैं तब लिट्टे के आतंकियों ने भारतीय सैनिकों पर गोलियां बरसाई ..बदले में भारतीय सैनिक खाली राइफलों के पीछे खुद का खून बहाने को मजबूर हो गये।
गृहमंत्रालय को लाख कहने पर भी गोली चलाने का आदेश नही मिला न हमारे सैनिकों को गोलियां मिली। निहथे तिल तिल कर शहीद होने को मजबूर थे हमारे जवान ओर इन चार महीनों में हमारे 4हजार से अधिक सैनिक शहीद हुए जो भारत के इतिहास की सबसे घृणात्मक घटना हैं।
लिट्टे के आतंकी हमारे सैनिकों को दूर से पहचान लेते क्योंकि सब सैनिक सरदार थे और वे पगड़ी पहनते थे यही कारण था कि वे भीड़ में पहचान लिये जाते थे।
राजीवगांधी ने इंदिरा गांधी की हत्या की घटना का बदला निर्दोष बेकुसूर सरदार फौजियों को निहथा करके लिट्टे के सामने फेंककर लिया राजीवगांधी अंत तक सरदारों से घृणा करते रहे।
ऑपरेशन खत्म करके हमारे जवान जब जहाज से भारतीय समुद्र तट पर वापिस आकर उतरे तो सारे जवान फूट फूट कर रोने लगे थे उनमें से आधे से ज्यादा वापिस ड्यूटी पर ही नही गये बचे कई जवान विक्षिप्त हो गये थे।
कांग्रेस के पाप अनगिनत हैं और हम भारतीय इतने भुलक्कड़ की आज उसी पंजाब में कांग्रेस के साथ हैं।
(नवसंचार फेसबूक)