- May 8, 2018
मातनहेल ब्लॉक सक्षम घोषित :उपायुक्त
झज्जर——प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर राजकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शुरू किए गए प्रोजेक्ट सक्षम हरियाणा के तहत जिला झज्जर को बड़ी सफलता मिली है।
सीएम के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट सक्षम को प्रभावी ढ़ंग से लागू करते हुए मातनहेल ब्लॉक सक्षम घोषित किया गया है। उपायुक्त सोनल गोयल ने लघु सचिवालय में प्रोजेक्ट सक्षम से जुड़े अधिकारियों, शिक्षकों व कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी तथा जिला के अन्य खंडों को भी मातनहेल ब्लॉक की तर्ज पर जुलाई 2018 सक्षम बनाने के दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त श्रीमती गोयल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक वर्ष पूर्व राजकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों के बौद्धिक स्तर में सुधार के लिए प्रोजेक्ट सक्षम हरियाणा शुरू किया था। जिला में प्रोजेक्ट सक्षम को प्रभावी ढ़ंग से लागू करने के लिए संबधित एसडीएम व जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में समर्पित अधिकारियों की टीम गठित की गई।
शिक्षकों को ट्रेनिंग, कल्सटर लेवल पर स्टार टीचरों की नियुक्ति, सक्षम युवाओं का सदुपयोग, निरंतर मासिक मूल्यांकन परीक्षा करवाना, कक्षा स्तर पर मेंटर व मोनिटर नियुक्त करना, प्रोजेक्ट सक्षम का स्कूल स्तर से उपायुक्त स्तर पर निरंतर मूल्याकन, लर्निंग इनहांसेमेंट प्रोग्राम (एलईपी ) को सही तरीके से लागू करना, कमजोर छात्रों व स्कूलों की पहचान कर विशेष फोकस देना, मूल्यांकन से निकले निष्कर्ष को प्रभावी ढ़ंग से अमल में लाना सहित अन्य कदम उठाए गए ताकि छात्रों को गुणवत्ता की शिक्षा मिले और उनके बौद्धिक स्तर में भी सुधार हो।
उपायुक्त ने बताया कि प्रोजेक्ट सक्षम हरियाणा के तहत मातनहेल खंड के 47 स्कूलों में से कक्षा तीसरी के 445, पांचवी के 472 और सातवीं के 495 छात्रों का थर्ड पार्टी ग्रे-मेटर्स इंडिया नामक संस्था द्वारा गणित व हिंदी विषय पर आधारित मूल्यांकन परीक्षा ली गई, जिसमें छात्रों का परिणाम सकारात्मक रहा और प्रदेश में सबसे पहले तीन खंड सक्षम घोषित हुए उनमें महेंद्रगढ़, बौंदकला के साथ झज्जर जिले का मातनहेल खंड सक्षम घोषित हुआ।
उपायुक्त श्रीमती गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट सक्षम को साकार रूप देने के लिए जिले के अन्य खंडों के लिए भी टीमें बनाकर कार्य शुरू किया गया है। मातनहेल खंड में सफल अनुभव को दूसरे खंडों के साथ सांझा करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि जिला के राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा मिले और उनके बौद्धिक स्तर में भी सुधार हो। जिला के लिंगानुपात में सुधार हो रहा है, शिक्षा में सुधार की कवायद तेज हुई है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि जुलाई 2018 तक पूरे जिले को सक्षम बना दिया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी सतबीर सिवाच ने कहा कि उपायुक्त के मार्गदर्शन में यह सफलता प्राप्त हुई है। उपायुक्त श्रीमती गोयल ने निरंतर प्रोजेक्ट सक्षम की मानिटिरिंग की और समय-समय पर स्वयं स्कूलों की विजिट की। प्रोजेक्ट सक्षम से जुड़े शिक्षकों और विद्यार्थियों को निरंतर प्रोत्साहित किया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रोजेक्ट सक्षम के तहत 80 प्रतिशत से अधिक छात्रों के थर्ड पार्टी मूल्यांकन परीक्षा में 50 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने थे। मातनहेल खंड में लगभग 99 प्रतिशत छात्रों ने निर्धारित अंकों से ज्यादा अंक लिए। उन्होंने कहा कि 22 मई को साल्हावास खंड का थर्ड पार्टी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा।
उम्मीद है कि जिला उपायुक्त के मार्गदर्शन में साल्हावास खंड भी सक्षम बनेगा।
उन्होंने कहा कि बेरी, झज्जर व बहादुरगढ़ खंड में भी उपायुक्त के दिशा-निर्देशानुसार विद्यार्थियोंं की तैयारी करवाई जा रही है और जुलाई 2018 तक सभी खंडों को सक्षम बना दिया जाएगा।