• September 2, 2018

मसानी बैराज में 50 एकड़ क्षेत्र में झील– बोटिंग का आनंद

मसानी बैराज में 50 एकड़ क्षेत्र में  झील– बोटिंग का आनंद

रेवाड़ी —– दिल्ली-जयपुर हाईवे नम्बर-8 स्थित मसानी बैराज (साहबी) पर जल्द ही बोटिंग का लुत्फ उठाया जा सकेगा। इसके लिए झील तैयार हो चकी है। रविवार को उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल, एडीसी प्रदीप दहिया, एसडीएम जितेन्द्र कुमार सहित आला अधिकारियों ने मसानी बैराज का अवलोकन किया तथा प्रकृति के सौन्दर्य का अनुभव किया।

उपायुक्त ने कहा कि वाक्य में ही रेवाडी जिले का यह एक रमणीक स्थान है। इसके पूर्ण रूप से विकसित हो जाने के बाद पर्यटको के लिए यह दर्शनीय स्थल बनेगा। एसपी ने कहा कि इस झील का सौन्दर्य देखते ही बनता है।

यहां यह भी बतां दे कि यह मसानी बैराज लगभग 50 एकड़ में झील बनाई गई है। इसमें सिंचाई विभाग द्वारा पानी छोडा गया है। फिलहाल साहबी नदी पर बने इस बांध में झील की खुदाई काम बहुत तेजी से किया गया है।

हरियाणा वन विकास निगम की ओर से बोटिंग व फूडकोर्ट आदि के लिए टेंडर भी छोड़ा गया है। सम्भावना है कि इस झील में अक्टूबर माह तक यहां बोटिंग शुरू हो जाएगी तथा झील में बोटिंग का आनंद जल्द ही रेवाड़ी के साथ दूर-दराज के क्षेत्र के लोगों को मिल सकेगा। साहबी क्षेत्र के कई किलोमीटर में फैले बैराज में नेचर ट्रेल भी विकसित किया गया है, 6 किलोमीटर तक शुरूआती काम पूर्ण हो चुका है तथा दोनों ओर पौधे लगाए गये हैं। सरकार की योजना 18 किलोमीटर तक ट्रेल बनाने की है, ताकि एक बेहतर पर्यटक स्थल बनाया जा सके।

शानदार होगा नजारा… दो जगह होंगी झील

साहबी बैराज क्षेत्र में यह झील दो जगह तैयार हो रही है। एक झील बांध के पास तथा दूसरी निखरी गांव की ओर है। निखरी गांव की ओर झील में तो पानी पहुंच गया है। यहां जवाहर लाल नेहरु नहर से लाल बहादुर शास्त्री चैनल के माध्यम से पानी पहुंचाया गया है। एजेंसी मिलने पर यहां फूड कोर्ट, एडवेंचर कैंप, बोटिंग व गतिविधियां शुरू की जाएंगी। झील तैयार होने के बाद पानी छोडऩा शुरू हो गया है भविष्य में यहां चिडिया घर भी विकसित करने की योजना है।

दिल्ली-जयपुर की कनेक्टिविटी… खूब आएंगे टूरिस्ट

मसानी बैराज से दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय हाईवे संख्या-8 होकर गुजरता है। यहां से जयपुर-दिल्ली की कनेक्टिविटी है। यहां से हर रोज लाखों वाहनों का आवागमन होता है। बड़ी संख्या में टूरिस्ट दिल्ली, जयपुर और अजमेर के लिए यहां से होकर निकलते हैं।

चिडिय़ाघर… देखने को मिलेंगी सैकड़ों प्रजातियां

अधिकारियों के अनुसार यहां पर चिडिय़ाघर बनाया जाएगा। इसमें सैकडों प्रजातियों को संरक्षित करने की योजना है। योजना के अनुसार यहां पोलर बीयर, टाइगर, चीता, जेबरा, लेपर्ड व एशियन हाथी जैसे जानवरों को लाया जाएगा। हाल में नहर विभाग द्वारा बैराज में पानी छोड़े जाने के दौरान यहां काफी तरह के पक्षी आने शुरू हो गए है।

बैराज में बोटिंग, फूड कोर्ट व अन्य गतिविधियों के लिए एजेंसी के साथ मिलकर प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसलिए पहले झील तैयार हो रही है। फिर पानी छोडक़र उसमें बोटिंग आदि के लिए टेंडर छोड़ा गया है।

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