- March 22, 2017
मनरेगा से कपिलधारा कूप का लाभ
भोपाल (केके जोशी)———-कपिलधारा कूप पूर्ण करने में प्रदेश देश में अव्वल पर है। मनरेगा से 3 लाख 55 हजार से अधिक हितग्राहियों को कपिलधारा कूप का लाभ दिया गया है, जिससे सिंचाई रकबे में लगभग 4 लाख 50 हजार हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
वर्ष 2016-17 में प्रदेश में 41 हजार 18 कपिल कूप स्वीकृत किये गये जिनमें से 26 हजार 473 कूप पूरे किये जा चुके हैं। यह जानकारी आज पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव की अध्यक्षता में संपन्न मनरेगा कार्यकारिणी समिति की बैठक में दी गई।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि मनरेगा में प्रदेश के हर जरूरतमंद व्यक्ति को काम के साथ-साथ आजीविका के स्थायी साधन तैयार किये जाये। प्रयास यह हो कि रोजगार के अलावा गाँव की समृद्धि में भी मनरेगा कारगर साबित हो।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि मनरेगा के तहत हर गाँव में मोक्ष धाम, खेल मैदान, गाँव की सुदूर बसाहट को जोड़ने वाली सड़कें तथा जरूरतमंद को सिंचाई सुविधा का लाभ देने के लिए कपिलधारा कूप का निर्माण करवाया जाये। श्री भार्गव ने कहा कि लक्षित मानव दिवस को प्राप्त करने के विशेष प्रयास किये जाये।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग ने मनरेगा की आजीविका के स्थायी साधन तैयार करने वाली योजनाओं को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित करवाने पर जोर दिया।
अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्री आर.एस. जुलानिया ने प्रदेश में मनरेगा के क्रियान्वयन की रूपरेखा से अवगत करवाया। आयुक्त मनरेगा श्रीमती जी.व्ही. रश्मि ने बताया कि प्रदेश में मनरेगा योजना के प्रारंभ से अब तक 29 लाख से अधिक कार्य स्वीकृत कर तकरीबन 82 फीसदी अर्थात 24 लाख से अधिक कार्य पूरे किये जा चुके हैं।
प्रदेश में मनरेगा कार्यों की जियोटेगिंग की कार्यवाही की जा रही है। भारत सरकार द्वारा दिये गये 2 लाख 25 हजार लक्ष्य के विरूद्ध 3 लाख 89 हजार कार्यों की जियोटेगिंग की जा चुकी है, जो कुल उपलब्धि का 173 प्रतिशत है। प्रदेश में मनरेगा के 90 फीसदी मजदूरों को आधार आधारित भुगतान करने की कार्यवाही की जा रही है।