- October 12, 2018
मतदान केन्द्र का निरीक्षण——-संभागायुक्त——- — सी-विजिल एप्प से लाइव रिपोर्टिंग
बेमेतरा——- संभागायुक्त दुर्ग श्री दिलीप वासनिकर एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री जी.पी. सिंह ने आज जिले के बेरला विकासखंड के ग्राम कोदवा स्थित मतदान केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रैम्प, विद्युत व्यवस्था, पेयजल, शौचालय सुविधा की जानकारी ली। मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदान केन्द्र के बाहर वाॅल राईटिंग भी कराई गई है।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री महादेव कावरे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री एच.आर. मनहर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री आर.पी. आंचला, डी.ई.ओ. श्री जी.आर. चंद्राकर, तहसीलदार नीता ठाकुर, नायब तहसीलदार श्री अजय कुमार चंद्रवंशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला एवं मिडिल स्कूल परिसर में दो बूथ बनाये गए है।
जिसमें बूथ क्रमांक – 113 में कुल 669 मतदाता है। इनमें पुरूष 343, महिला 326 शामिल है। इसी तरह बूथ क्रमांक 114 में कुल 602 मतदाता है। इनमें पुरूष 311, महिला 291 शामिल है। संभागायुक्त ने मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप प्लान के अंतर्गत मतदाताओं के बीच जन-जागरूकता लाने के लिए कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
सी-विजिल एप्प से लाइव रिपोर्ट——-
बलौदाबाजार जिला पंचायत सभागार में आज यहां भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सी विजिल मोबाईल एप्लीकेशन के उपयोग के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का आयोजन जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में गठित उड़नदस्ता और स्थैतिक निगरानी दल के सदस्यों के लिए किया गया था।
प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षकों द्वारा इस एप्प के उपयोग के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान कलेक्टर श्री जे.पी.पाठक ने प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि चुनाव आयोग ने सी-विजिल नाम का एक ऐप तैयार किया है, इसके जरिए लोग आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले उम्मीदवारों या फिर पार्टी को रिपोर्ट कर सकते हैं।
कलेक्टर श्री जे.पी.पाठक ने कहा कि आचार संहिता उल्लंघन की सूचना देरी से मिलने की वजह से कई बार कार्रवाई में देरी होती है और दोषी व्यक्ति के बचने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा तस्वीरें या फिर वीडियो जैसे सबूतों की कमी की वजह से भी शिकायतों की पुष्टि करने में परेशानी होती है।
श्री पाठक ने कहा कि इस एप्प के उपयोग से गलत या फिर फर्जी शिकायतों से बचा जा सकता है। चुनाव आयोग विकसित इस ऐप की सहायता से कोई भी व्यक्ति कुछ ही समय में आचार संहिता के उल्लंघन की लाइव रिपोर्ट भेज सकता है। शिकायत करने वाले व्यक्ति को अपनी शिकायत के लिए एक नंबर दिया जाएगा जिससे वह अपने मामले की वर्तमान स्थिति को भी जान सकेगा।
हालांकि अज्ञात शिकायतों के लिए कोई नंबर जारी नहीं किया जाएगा। एक बार शिकायत स्वीकृत होने पर जिला नियंत्रण कक्ष में इसकी सूचना पहुंचेगी और फिर वहीं से आगे कार्रवाई के लिए उड़नदस्ते को निर्देश दिया जाएगा।
इस ऐप से आचार संहिता उल्लंघन को लेकर होने वाली शिकायतों में बड़ा अंतर आने की उम्मीद है, जिससे तेजी से शिकायत मंजूर कर उनका हल निकाला जा सकेगा। कोई भी व्यक्ति इस ऐप का उपयोग कर चंद मिनटों में आचार संहिता के उल्लंघन की सजीव रिपोर्ट भेज सकेगा।