- April 19, 2017
भ्रष्टाचार -10 हजार रूपए में ही पटवारी गिरफ्तार
चंडीगढ़—- नगर निगम, गुरुग्राम आयुक्त वी. उमाशंकर के अनुसार भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा तथा ऐसे मामले में जीरो टोलरेंस की नीति अपनाई जा रही है।
नगर निगम कार्यालय में जिस भी कर्मचारी का भ्रष्टाचार संबंधी मामला संज्ञान आता है, उसे उसी समय नगर निगम से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गत दिनों नगर निगम कार्यालय में आऊटसोर्स के आधार पर कार्यरत पटवारी अजय कुमार को विजिलैंस विभाग की टीम ने पकड़ा।
जैसे ही उन्हें इस बारे में जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत ही उक्त पटवारी को नगर निगम से बाहर का रास्ता दिखाने बारे संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए और अधिकारियों ने उसी समय पटवारी की सेवाएं समाप्त कर दी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्य में कोताही और किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा।
नगर निगम में आऊटसोर्स आधार पर कार्यरत पटवारी अजय कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में विजिलैंस विभाग की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। उक्त पटवारी गांव डूंडाहेड़ा निवासी सतपाल से लाल डोरे की रिपोर्ट देने की एवज में 10 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा था। शिकायत मिलने पर स्टेट विजिलैंस की टीम ने सतपाल को पैसे देने के लिए भेजा और जैसे ही पटवारी अजय कुमार ने पैसे पकड़े उसे टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।