• January 3, 2022

ब्लैक स्पॉट चिन्हित : ट्रैफिक नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने के निर्देश :: ड्यूटी पर तैनात कर्मी-जवानों पर भी नजर

ब्लैक स्पॉट चिन्हित  :  ट्रैफिक नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने के निर्देश :: ड्यूटी पर तैनात कर्मी-जवानों पर भी नजर

पटना—- ट्रैफिक नियमों का राजधानी पटना के अलावा अन्य बड़े शहरों में सख्ती से पालन कराया जाएगा।

दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हर जिले में ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए जाएंगे। वहां ट्रैफिक व्यवस्था सख्त की जाएगी। जिन जिलों में ट्रैफिक डीएसपी तैनात हैं वहां नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।

पटना के अलावा गया, भोजपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, दरभंगा और नालंदा में ट्रैफिक डीएसपी के पद हैं। इन जिलों में ट्रैफिक के बढ़ते दबाव को देखते हुए ट्रैफिक नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।

छपरा में भी कैमरा लगी वर्दी से लैस हुई ट्रैफिक पुलिस

स्पीड राडार गन व कैमरे से ऐसे होगी मॉनिटरिंग

राज्य के बड़े शहरों में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ट्रैफिक आईजी रेंज के स्तर पर इसकी समीक्षा करेंगे। वे रेंज में जाकर अफसरों के साथ बैठक करेंगे और क्या-क्या सुधार करना है इसको लेकर दिशा-निर्देश जारी करेंगे। इसमें खासतौर पर वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित करना और दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए उन स्थलों को चिह्नित करना शामिल हैं जहां अधिक दुर्घटनाएं हो रही हैं।

ड्यूटी पर तैनात कर्मी-जवानों पर भी नजर रखेगा कैमरा

सारण रेंज से इसकी शरुआत भी हो चुकी है। ट्रैफिक व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के अफसरों व जवानों को बॉडी वॉर्न कैमरे (जो वर्दी के ऊपर लगा होगा) दिए जा रहे हैं।

पटना, नालंदा के बाद सारण जिला में भी इसका प्रयोग शुरू कर दिया गया है। यह कैमरा ड्यूटी पर तैनात अफसरों व जवानों की हर गतिविधि के साथ-साथ वाहन चालकों की गतिविधियों पर भी नजर रखेगा। जवान और अफसरों की वर्दी पर लगे कैमरे की रिकॉर्डिंग को देखा जाएगा।

पटना में अटल पथ और भागलपुर में हाईवे पर वाहनों की रफ्तार पर नजर रखने के लिए स्पीड राडार गन का भी उपयोग शुरू किया गया है।

Related post

दीपमाला पाण्डेय ——- पानी जीवन का आधार है। यह एक सरल सत्य है जिसे हम अक्सर…
बदलती जलवायु ने किसानों को किया नयी बागवानी पद्धतियों को अपनाने पर मजबूर

बदलती जलवायु ने किसानों को किया नयी बागवानी पद्धतियों को अपनाने पर मजबूर

लखनउ (निशांत सक्सेना) ——ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते प्रभाव के कारण उत्तराखंड में बागवानी उत्पादन में एक…
किशोरियों के लिए भी ज़रूरी है खेल का मैदान

किशोरियों के लिए भी ज़रूरी है खेल का मैदान

मीरा नायक (लूणकरणसर) —-“हमारे गांव में लड़कियों के खेलने के लिए कोई मैदान नहीं है. जिससे…

Leave a Reply