• November 21, 2018

बेटी जन्म प्रोत्साहन हेतु कन्या उत्थान योजना

बेटी जन्म प्रोत्साहन हेतु   कन्या उत्थान योजना

पटना——:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने दरभंगा जिले के विशुनपुर हायाघाट स्थित राजकीयकृत उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में समाजसेवी सह शिक्षाविद् स्वर्गीय प्रो0 उमाकांत चौधरी की प्रतिमा का अनावरण किया।

प्रतिमा अनावरण समारोह के अवसर पर आयोजित जनसभा को लेकर बने मंच पर स्वर्गीय उमाकांत चौधरी के सुपुत्र द्वय, स्थानीय नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने मिथिला पाग, मखाने की माला, अंगवस्त्र एवं सात निश्चय योजना, बालिका शिक्षा तथा बाल विवाह उन्मूलन पर आधारित मधुबनी पेंटिंग भेंट कर मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि प्रारम्भ से ही (1994-95) हमने देखा है कि मैथिली और हिंदी भाषा में पूरी सुगमता और स्पष्टता के साथ वे लोगों के बीच अपनी बातों को रखा करते थे। उमा बाबू अक्सर हमसे कहा करते थे कि जिस तरीके से आप काम कर रहे हैं एक दिन जरूर बिहार के लोग आपको बड़ी जिम्मेवारी सौपेंगे और अंततोगत्वा उनकी बात सच साबित हुई।

बिहार में 2005 में एनडीए की सरकार बनी लेकिन उसके कुछ ही दिनों बाद वे हमें छोड़कर चले गये। हमें काफी पीड़ा हुई। अगर आज वे जिंदा होते तो हमें तरह-तरह के सुझाव देते। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दू हो या मुस्लिम सभी धर्म सम्प्रदाय के प्रति उमा बाबू के मन में सम्मान का भाव रहता था।

उन्होंने कहा कि हमलोग जो आज काम कर रहे हैं अगर उमा बाबू रहते तो उसको बेहतर तरीके से आपलोगों के सामने रखते। उमा बाबू का यही संदेश है कि जब तक जियें शान से जियें और हर किसी का सम्मान करें।

जनसभा में मौजूद लोगों से आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग समाज में टकराव और कटुता का माहौल पैदा करने में लगे हैं उससे हमें बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी योजनाएं यूनिवर्सल होती है जिसका लाभ हर इलाके के लोगों को मिलता है। हमलोगों ने हाशिये पर खड़े लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए विशेष पहल की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बिहार पहला राज्य है जहां पंचायत और नगर निकाय चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया जिसका नतीजा है कि आज 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं जीतकर लोगों की सेवा कर रही हैं।

संविधान में महिलाओं के लिए कम से कम एक तिहाई आरक्षण देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि पहले महिलाएं शादी, पूजा, मेला जैसे विशेष अवसरों पर ही घर से बाहर निकलती थीं लेकिन अब सार्वजनिक समारोहों में भी बढ़-चढ़कर शामिल होने लगी हैं जिसको देखकर हमें बेहद प्रसन्नता होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबी के कारण बिहार के बच्चे आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे जिसको देखते हुए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना प्रारम्भ की गई। बैंकों के मनमाने रवैये के बाद सरकार ने अपने स्तर से शिक्षा वित्त निगम की स्थापना कर इसके माध्यम से उच्च शिक्षा हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए 4 लाख रुपये का ऋण 4 प्रतिशत के साधारण ब्याज दर पर देने की योजना बनाई और अब इसके माध्यम से षिक्षा ऋण दिया जा रहा है। इसमें लड़कियों, दिव्यांगों एवं ट्रांसजेंडरों को 1 प्रतिशत के ब्याज पर शिक्षा ऋण की व्यवस्था की गई है। जॉब मिलने के बाद ही ऋण की राशि चुकता करनी है और अगर किन्हीं कारणों से कर्ज लेने वाले विद्यार्थियों को जॉब नही मिलती है तो उस सूरत में हम उन्हें ऋण से मुक्त कर देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का ग्रॉस इनरोलमेंट रेशियो 13.9 है जबकि राष्ट्रीय औसत 24 है। हमारी चाहत है कि बिहार का ग्रॉस इनरोलमेंट रेशियो 30 प्रतिशत हो। बालिकाओं को मिडिल और हाई स्कूल तक पहुंचाने के लिए हमने पोशाक योजना के बाद साइकिल योजना की शुरुआत की। इससे लड़कियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ। जब साइकिल योजना 2008 में शुरू हुई तब 9वीं क्लास में पढ़नेवाली लड़कियों की संख्या 1 लाख 70 हजार थी वह अब बढ़कर 9 लाख के बराबर हो गयी है। पोशाक योजना की राशि में भी बढोत्तरी की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़की रहेगी तभी सृष्टि आगे बढ़ेगी। हमलोगों ने कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की जिसके जरिये लड़की पैदा होने पर उसके माता-पिता के खाते में जन्म के समय 2 हजार रूपये, एक साल बाद आधार से जुड़ने पर 1 हजार रूपये और 2 वर्ष बाद सम्पूर्ण टीकाकरण होने पर पुनः 2 हजार रुपये देने की व्यवस्था सुनिश्चित की है। बेटी पैदा होने पर लोगों के मन में खुशी का भाव हो इसके लिये मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की गई है।

इंटर पास करनेवाली प्रत्येक अविवाहित लड़की को 10 हजार रूपये और ग्रेजुएट करनेवाली हर लड़की को 25 हजार रुपये दिये जा रहे है। इस तरह जन्म से स्नातक पास करने तक एक लड़की पर राज्य सरकार 54 हजार 100 रुपये खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी चाहत है कि बाल-विवाह और दहेज प्रथा पर पूरी तरह से रोक लगे।

उन्होंने कहा कि पहले चंद सम्पन्न घरानों तक ही दहेज प्रथा सीमित थी लेकिन अब वह गरीब तबकों तक पहुंच गयी है। बाल विवाह के कारण कम उम्र में गर्भधारण करने से महिलाएं मौत की शिकार हो जाती हैं और उनसे जो बच्चे पैदा होते हैं वे मन्दबुद्धि, बौनेपन एवं अन्य कई प्रकार की बीमारियों की चपेट में आ जातें हैं जिनसे हमें छुटकारा पाना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने एवं उनमें चेतना जगाने के लिए हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर बिहार के 6-7 जिले के 44 ब्लॉक में जीविका योजना की शुरुआत की जिसको बाद में पूरे बिहार में लागू किया। आज सवा 8 लाख जीविका समूहों का गठन हो गया है और मेरा लक्ष्य 10 लाख जीविका समूह गठित करने का है। जीविका समूह से अबतक 90 लाख से ज्यादा परिवार जुड़ चुके हैं।

अब महिलाएं पढ़े-लिखे लोगों से भी ज्यादा बैंकिंग व्यवस्था को समझने लगी हैं और पूर्णिया में तो बहुत ही अच्छे ढंग से जनवितरण प्रणाली की दुकानें चलाकर जीविका दीदियां समय पर लोगों को राशन उपलब्ध कराने के साथ-साथ प्रतिमाह 6 हजार रुपये का मुनाफा भी कमा रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले लालटेन और ढिबरी जलाकर लोग काम चलाते थे और रात में घर से बाहर अंधेरे में उनका बच्चा घर से बाहर नहीं निकले इसलिए उसे भूत का भय दिखाकर डराते थे। अब बिहार के हर घर में बिजली पहुंचने से भूत और लालटेन दोनों ही खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि विदेश के बड़े शहरों का जो दृश्य आसमान से दिखता था अब वह दृश्य बिहार में भी दिखता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू की गई इसलिए आप सभी को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि गड़बड़ी करनेवालों पर कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद दो नम्बरी लोग पैसा कमाने के लालच में जहरीली शराब भी परोस सकते हैं इसलिए आप सभी मिलकर लोगों को समझाइये और उन्हें जागरूक कीजिये। बापू के बताए सात सामाजिक पापों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धांत के बिना राजनीति, काम के बिना धन, विवेक के बिना सुख, चरित्र के बिना ज्ञान, मानवता के बिना विज्ञान, नैतिकता के बिना विज्ञान और त्याग के बिना पूजा को गांधी जी ने सात सामाजिक पाप कहे थे। इसे सभी विद्यालयों और सरकारी दफ्तरों में लिखवा रहे हैं ताकि कुछ लोगों पर भी इसका असर हो जाए तो समाज और देश बदल जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिथिला की धरती को हम प्रणाम करते हैं और विद्यापति की इस धरती के प्रति मेरे मन मे सदैव सम्मान का भाव रहता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बिहार के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता उसी प्रकार मिथिला के विकास के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट के लिए 30 एकड़ जमीन राज्य सरकार अधिग्रहण करके दे चुकी है इसलिए एयरपोर्ट का काम जल्द से जल्द पूर्ण हो ताकि देष के किसी भी हिस्से में या देश के बाहर जाने के लिए इस इलाके के लोगों को पटना नहीं जाना पड़ेे। उन्होंने कहा कि हम वोट की नहीं वोटरों की चिंता करते हैं और हमने कभी अपराध, भ्रष्टाचार या साम्प्रदायिकता से समझौता नहीं किया है और न ही करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे गठबंधन के सहयोगी समाज सुधार के साथ ही समाज मंे शांति, प्रेम और सद्भावना का माहौल कायम करने में पूरा सहयोग करेंगे, यही उमा बाबू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

जनसभा को भवन निर्माण मंत्री सह दरभंगा जिले के प्रभारी मंत्री श्री महेश्वर हजारी एवं स्वर्गीय उमाकांत चैधरी के सुपुत्र प्रोफेसर अजय चैधरी ने भी संबोधित किया।

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