- September 10, 2016
बागवानी का रकबा नौ लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य: ओपी धनखड़
झज्जर,10 सिंतबर। प्रदेश में फिलहाल चार लाख 90 हजार हेक्टेयर भूमि में बागवानी की खेती हो रही है। प्रदेश सरकार ने दिल्ली और एनसीआर के बाजार का पूरा लाभ लेने के लिए बागवानी का रकबा नौ लाख हेक्टेयर तक पंहुचाने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है। प्रदेश की सरकार की पहल को राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली है और बागवानी के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए हरियाणा को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
प्रदेश के कृषि, पंचायतीराज, विकास ,खनन, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने शनिवार को पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए और युवाओं का बागवानी में कौशल निखारने के लिए बागवानी विश्वविद्यालय और सभी जिलों में बागवानी उत्कृष्टता केंद्र खोले जा रहे हैं। कई जिलों में उत्कृष्टता केंद्रों ने कार्य करना भी शुरू कर दिया है।
किसानों को पोस्ट हारवेस्टिंग प्रंबधन सिखाने पर फोकस
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसान फसल उत्पादन में बेहतर कार्य कर रहे हैं, लेकिन फसल उत्पादन को बाजार में बेचने की कला भी सिखानी होगी ताकि फसल उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके। पोस्ट हारवेस्टिंग के लिए सरकार ने अमेरिकी कंपनी के साथ एक एमओयू साइन किया है। जिसके तहत किसानों को पोस्ट हारवेस्टिंग के बारे में सिखाया जाएगा। मंत्री ने कहा कि गुडग़ांव में फूल मंडी खोलने की प्रक्रिया चल रही है। गन्नौर में बागवानी मंडी को विकसित किया जा रहा है।
जलभराव का नक्शा तैयार करने के निर्देश
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों जलभराव से फसलों के नुकसान का पूरा मुआवजा मिलेगा। सरकार ने जिला उपायुक्तों को जलभराव के क्षेत्रों का नक् शा तैयार करने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि एसडीएम, तहसीलदार और कृषि विभाग के उपनिदेशक की कमेटी खेतों में जलभराव का नक् शा तैयार करेगी। ओपी धनखड़ ने कहा कि किसान भाई भी जलभराव से फसल खराबे की रिपोर्ट संबंधित कृषि अधिकारी के पास भी करें। किसान कल्याण विभाग का दायित्व है कि वे किसानों का मार्गदर्शन कर बीमा कंपनियों से उनको उचित मुआवजा दिलवाएं।
किसानों को फसल खराबे का मुआवजा
कृषि मंत्री ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश मेंं 30 फीसदी किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया है। बीमा नीति के तहत धान की फसल खराबे का प्रति एकड़ 25 हजार रूपये तक मुआवजा मिलेगा। जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा नहीं करवाया है, उन किसानों को सरकार पुरानी मुआवजा नीति के तहत 12 हजार रूपये प्रति एकड़ तक मुआवजा देगी। उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि फसल बीमा करवाने वाले किसानों को ज्यादा मुआवजा मिलेगा।
कृषि मंत्री ने पूर्व सीएम की सीबीआई जांच पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सांच को आंच नहीं । जिन मामलों पर जांच चल रही है वह हमारी सरकार लेकर नहीं आई, बल्कि कांग्रेस सरकार में ही ये मामले सामने आने लगे थे। ओपी धनखड़ ने जींद रैली के सवाल पर कहा कि रविवार को जींद में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल, केंद्रीय व प्रदेश के मंत्रीगण आएंंगे। स्वाभाविक है कि जींद रैली प्रदेश के ढ़ांचागत विकास को और तेज गति देगी।
कृषि मंत्री ने इससे पहले क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर समाधान के दिशा-निर्देश दिए। मंत्री ने अधिकारियों को 25 सिंतबर से पहले एक्शन टेकन रिपोर्ट देने को कहा ।
उन्होंने कहा कि अधिकारी पारदर्शी तरीकें से कार्य करते हुए विकास कार्यों में तेजी लाएं। इस अवसर पर जिला परिषद चेयरमैन परमजीत सौलधा, भाजपा जिला अध्यक्ष बिजेंद्र्र दलाल, जिप वाइस चेयरमैन योगेश सिलानी, रविभान राठी, पूर्व मंत्री जयनारायण कुंडिया तथा प्रशासन की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त डॉ नरहरि बांगड़,सीटीएम विजय सिंह,एसडीएम बहादुरगढ़ मनीषा शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।