- July 8, 2019
बस के नाले में गिरने से 29 यात्रियों की मौत—शैलेन्द्र गुप्ता शैली
**** आगरा के निकट यमुना एक्सप्रेस-वे पुल से रैलिंग तोड़कर 50 फुट गहरे नाले में गिरी बस
*** परिजनों के लिए टोल फ्री नंबर जारी
*** उत्तर प्रदेश शासन की डिप्टी सीएम तथा परिवहन मंत्री मौके पर पहुंचे
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उत्तर प्रदेश में आगरा के निकट एत्मादपुर क्षेत्र में आज सुबह राजधानी लखनऊ से दिल्ली जा रही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अवध डिपो की डबल डेकर जनरथ बस यमुना एक्सप्रेस की रेलिंग तोड़कर तोड़कर क़रीब 50 फुट गहरे झरना नाले में गिर गई,जिसके कारण 29 यात्रियों की मौत हो चुकी है तथा चौबीस से अधिक यात्री घायल हैं।लखनऊ एक्सप्रेस-वे इनर रिंग रोड से होते हुए गलती से यमुना एक्सप्रेस वे पर डेढ़ किलोमीटर बस आगे चली गई थी।
यहां पर ऊपर पुल से नीचे झरना नाले में गिर पड़ी।पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर है। युद्ध स्तर राहत कार्य जारी है। खबर है कि घटना स्थल पर उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर तथा परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पांच लाख रुपए देने की घोषणा की है।
घटनास्थल पर कमिश्नर अनिल कुमार,आइजी के. सतीश गणेश,डीएम एनजी रवि कुमार, एसएसपी बबलू कुमार और फतेहपुरसीकरी के सांसद राजकुमार चाहर मौजूद हैं।
टोल फ्री नम्बर : परिजनों के लिए प्रशासन ने टोल फ्री नंबर किया है। 18001802877 और 0562 2260001 पर कॉल कर मृतकों और घायलों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सक
बस के नाले में गिरने के बाद बहुत तेज धमाका सुनकर निकट के गांव चौगान बघेल के नागरिक पहुंच गए और प्रशासनिक बचाव कार्य से पहले ही ग्रामीणों ने यात्रियों को बचाने के प्रयास शुरू कर दिए। यह दर्दनाक हादसा बस ड्राइवर को झपकी लगने से हुई है।बस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश जारी करते हुए पीडि़त परिवारों की मदद और घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था कराने को भी कहा है। घायल यात्रियों को यमुना पार के कृष्णा हॉस्पिटल और आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के अनुसार लखनऊ से दिल्ली जा रही डबल डेकर बस यमुना-एक्सप्रेस वे पर झरना नाले में गिर गई।बचाव एवं राहत का काम जारी है। उन्होंने बताया कि अभी तक 29 शव निकाल लिए गये हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। करीब 22 घायलों को बस से निकाल कर अस्पताल भेज दिया गया है। घायलों में कुछ की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि मृतकों की शिनाख्त कराई जा रही। दुर्घटनाग्रस्त बस को क्रेन की मदद से बाहर निकाला जा रहा है।
इस बड़े हादसे में मृतक संख्या को कम करने में ग्रामीणों का बड़ा योगदान रहा। चौगान के गांव बघेल ठार के ग्रामीणों की टीम बस यात्रियों के लिए भगवान बनकर पहुंची। तड़के चार बजे बस में घायलों की चीख-पुकार मची थी।
ग्रामीणों ने मोर्चा संभाला।
जिस समय यह हादसा हुआ एत्मादपुर के गांव चौगान का एक ग्रामीण ने तेज धमाकेदार आवाज सुनी लेकिन अंधेरे में अकेले जाने की उसकी हिम्मत नहीं हुई। वह भागा-भागा अपने गांव बघेल ठार पहुंचा। अन्य ग्रामीणों को सूचित किया।बस को दुर्घटनाग्रस्त देखकर और घायलों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों ने ईंट-पत्थरों से बस के शीशे तोडऩा शुरू कर दिया। जो लोग चीख रहे थे, पहले उन्हें बाहर निकाला। बाहर निकालकर रेत में घायलों को लिटाते रहे। करीब 18 लोगों को ग्रामीणों ने बाहर निकाल लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सूचना देने के करीब एक घंटे बाद सुबह पांच बजे मौके पर पुलिस पहुंची। उसके बाद एंबुलेंस घटनास्थल पर आईं। घटना में वक्त अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे। लेकिन जब बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ी ,उसी समय लोगों की आंख खुल गई थी पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पलभर में ही आंखों के सामने काल नजर आने लगा। चीख-पुकार मच गई। कई लोग एक दूसरे के ऊपर गिर गए। वह तो गांव के लोग ईश्वर के दूत बनकर आ गए और उन्होंने तुरंत मदद की। अन्यथा बस में फंसे रहकर कई और की जान जा सकती थी।
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खुले में शौच आना वरदान साबित हुआ
एक तरफ केंद्र सरकार खुले में शौच करने के खिलाफ अभियान चला रही है । गांव गांव में इज्जत घर बनवाए जा रहे हैं लेकिन आज आगरा के निकट हुई भीषण बस दुर्घटना में खुले में शौच जाना ही बस यात्रियों के लिए वरदान भी साबित हुआ। ग्रामीणों की सहायता नहीं मिलती तो मृतक संख्या बढ़ जाती।
जल समाधि से बचे गम्भीर घायलों की जान बची है तो खुले में शौच करने आए किसान की वजह से।दुर्घटनास्थल एत्मादपुर थाने के चौगान गांव में पड़ता है। सुबह करीब साढ़े चार बजे के आसपास चौगान गांव का किसान निहाल सिंह खुले में शौच हेतु आया था। वह शौच के लिए बैठने ही वाला था कि अचानक तेज धमाका हुआ। उसने देखा कि बस झरना नाले में गिर गई है।
निहाल सिंह ने इसकी सूचना डायल 100 को दी। फिर चौगान गांव के प्रधान राकेश सिकरवार को बताया । प्रधान अपने सहयोगियों के साथ दो जेसीबी मशीनें लेकर घटनास्थल पर गए और जेसीबी से बस को ऊपर से फाड़ा और लगों को बाहर निकाला। उनके सामने ही कई यात्रियों ने तड़प-तड़प कर अंतिम सांस ली। बस को निकालकर खेत में डाल दिया गया है। एसी बस होने से सब तरफ से बंद थी। इसके बाद भी बस में पानी भर गया था।