• January 21, 2018

फैक्ट्री में अग्नि काण्ड क्यों ?–शैलेश कुमार

फैक्ट्री में अग्नि काण्ड  क्यों  ?–शैलेश कुमार

क्योंकि —जब तक लेबर डिपार्टमेंट को उद्योगपति द्वारा तोहफा भेंट करने की प्रथा जारी रहेगा फैक्टरियों में आग लगती रहेगी।

सरकारी महकमा के लिए उद्योगपति मोटा मुर्गा है और हलाल से बचने के लिए तोहफा जरुरी है।

बबाना इंडस्ट्रियल एरिया में अधिकांश फैक्ट्री प्लाट –150 –200 गज का है इसी प्लाट में लोहा के चद्दर सफाई से लेकर उलटे – सीधे काम किये जाते है। अधिकांश फैक्ट्री में लेबरों की रहने कि स्थिति दयनीय है ,पता ही नहीं चलता है की यह लेबर है या भूत। फैक्टरियों में मजदूरी 12 घंटे की है।

हर रोज बहाली होती है नए -नए लड़के रखे जाते हैं , फिर उसे बहाना बनाकर हटाया जाता है।

फैक्टरियों में आग लगती नहीं लगाईं जाती है।

बढ़िया माल हटा कर लेबरों को सीखा पढ़ा कर आग लगाईं जाती है जिसमे फैक्ट्री के मैनेजर का अहम हाथ होता है, यह मैनेजर फैक्ट्री मालिकों के लिए चाणक्य की भूमिका अदा कर रहा है।

अगर सरकारी महकमा अपने दिमाग को 30 % ठीक कर लें तो फैक्टरियों की हालत 50% सुधर जाएगा।

लेकिन न हम सुधरेंगे न तुमको सुधरने देंगे।

Related post

नागालैंड के स्कूलों में लड़कियों के लिए ‘किशोरावस्था क्लब’ का गठन

नागालैंड के स्कूलों में लड़कियों के लिए ‘किशोरावस्था क्लब’ का गठन

पीआईबी (दिल्ली) — किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण विकासात्मक चरण है, जिसमें विभिन्न चुनौतियाँ और अवसर होते हैं।…
दवा निर्माता : स्टॉप प्रोडक्शन ऑर्डर (एसपीओ), स्टॉप टेस्टिंग ऑर्डर (एसटीओ), लाइसेंस निलंबन/रद्दीकरण, चेतावनी पत्र और शोकेस नोटिस

दवा निर्माता : स्टॉप प्रोडक्शन ऑर्डर (एसपीओ), स्टॉप टेस्टिंग ऑर्डर (एसटीओ), लाइसेंस निलंबन/रद्दीकरण, चेतावनी पत्र और…

पीआईबी दिल्ली —– स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कुछ समाचार रिपोर्टों के बाद तत्काल और निर्णायक…
सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

सिक्किम की नदियाँ खतरे में !

लखनउ (निशांत सक्सेना) —— तीस्ता -III परियोजना पर वैज्ञानिक पुनर्मूल्यांकन और लोकतांत्रिक निर्णय की माँग जब भी…

Leave a Reply