प्रतिष्ठित निर्णायकों ने चुने उद्योग जगत के 7 नगीने

प्रतिष्ठित निर्णायकों ने चुने उद्योग जगत के 7 नगीने

बिजनेस स्टैंडर्ड ——- तकरीबन 2.32 लाख करोड़ रुपये बाजार पूंजीकरण वाली एशियन पेंट्स देश की अग्रणी पेंट विनिर्माता कंपनी है और सजावटी रंग-रोगन के बाजार में इसकी हिस्सेदारी करीब 50 फीसदी है। स्थानीय और विदेशी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पद्र्घा के बावजूद एशियन पेंट्स दशकों से बाजार की अग्रणी कंपनी बनी हुई है। इसकी सफलता का एक प्रमुख कारण बिक्री नेटवर्क पर नियंत्रण और शीर्ष स्तरीय प्रबंधन है।

एशियन पेंट्स की सफलता का बड़ा श्रेय इसके पूर्व मुख्य कार्याधिकारी केबीएस आनंद को जाता है, जो करीब चार दशक बाद वित्त वर्ष 2021 के मध्य में कंपनी से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके नेतृत्व में एशियन पेंट्स कुशलता के साथ काम करती रही, अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करती रही तथा ऐसे उत्पाद पेश किए, जो डीलरों के पास से रातोरात बिकते रहे। तेज बिक्री जरूरी भी है क्योंकि पेंट के कारोबार में मार्जिन कम होता है और खुदरा बिक्री 3 से 4 फीसदी मार्जिन ही मिलता है।

सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की देसी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने नवाचार पर जोर देकर तथा अपने भीतर तरक्की कर एवं बाहर अधिग्रहण कर दुनिया भर में पहचान बनाई है। पिछले तीन वर्षों से कंपनी की आय 14 फीसदी की दर से बढ़ी है और हाल ही में इसकी आय 10 अरब डॉलर के पार चली गई।

2016 में ‘मोड 1-2-3’ रणनीति को सफलतापूर्वक लागू करने से कंपनी की आय लगातार तेजी से बढ़ी है। मोड 1 इसके पारंपरिक कारोबार जैसे कि ऐप्लिकेशन और बुनियादी ढांचा सेवाओं से संबंधित है, मोड 2 का तात्पर्य डिजिटल सहित नई तकनीक से है और मोड 3 उत्पाद और प्लेटफॉर्म कारोबार से संबंधित है।

आनंद और एचसीएल टेक्नोलॉजीज की असाधारण उपलब्धियों को नजरअंदाज करना प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल के लिए कठिन था। निर्णायक मंडल में दो अ्रगणी समूहों के प्रमुख, दो प्राइवेट इक्विटी फर्म के प्रमुख, दो वैश्विक प्रबंधन सलाहकार संगठन के प्रमुख और कानून के एक शीर्ष दिग्गज शामिल थे। कॉरपोरेट उत्कृष्टता के लिए बिज़नेस स्टैंडर्ड के सालाना अवॉर्ड 2020 के विजेताओं का चयन करने के लिए प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल ने वर्चुअल बैठक की। हालांकि वर्चुअल बैठक से दावेदारों की योग्यता के बारे में गहन चर्चा पर कोई असर पहीं पड़ा।

आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला की अध्यक्षता वाले बेहद प्रतिष्ठित सात सदस्यीय निर्णायक मंडल में जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल, केकेआर इंडिया के चेयरमैन संजय नायर, ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी, मैकिंजी ऐंड कंपनी के सीनियर पार्टनर नोशिर काका, सिरिल अमरचंद मंगलदास के मैनेजिंग पार्टनर सिरिल श्रॉफ और बेन कैपिटल प्राइवेट इक्विटी के चेयरमैन अमित चंद्रा शामिल थे।

निर्णायक मंडल के अध्यक्ष बिड़ला ने चर्चा की शुरुआत में सभी सदस्यों से कहा कि अगर छांटे गए उम्मीदवारों के साथ किसी का हितों से टकराव का मामला है तो उसका खुलासा करें।

निर्णायक मंडल को बिज़नेस स्टैंडर्ड रिसर्च ब्यूरो द्वारा संकलित मार्च 2020 को खत्म हुए वित्त वर्ष के वित्तीय आंकड़ों के आधार पर नामों की लंबी सूची सौंप दी गई थी, जिनमें से सात श्रेणियों में विजेताओं के नामों की घोषणा करनी थी। निर्णायकों कह चर्चा में कारोबारी संचालन, समाज में योगदान, व्यापकता, निरंतरता, नेतृत्व और नवाचार पर प्रमुखता से चर्चा की गई। बिड़ला ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए वित्तीय आंकड़ों के अलावा नैतिक योगदान के साथ ही अप्रत्याशित चुनौतियों वाले साल में कारोबार को लेकर दीर्घावधि के दृष्टिकोण पर भी ध्यान देने की बात कही।2017 में बिज़नेस स्टैंडर्ड अवॉर्ड जीतने वाले जिंदल की राय थी कि केवल बाजार पूंजीकरण में वृद्घि पर ध्यान देन के बजाय कंपनी की समग्र वृद्घि और समाज में योगदान को ध्यान में रखते हुए विजेता का चयन किया जाना चाहिए।

एशियन पेंट्स आज जिस बुलंदी पर है, वहां तक पहुंचाने में योगदान के लिए आनंद को ‘सीईओ ऑफ इयर पुरस्कार’ के लिए चुना गया। निर्णायक मंडल की पसंद पर जिंदल ने कहा, ‘एशियन पेंट्स में कई वर्षों तक उनका शानदार करियर रहा है और हर तरह की चुनौतियों से जूझकर वह कंपनी को अलग मुकाम पर ले गए।’

एचसीएल टेक्नोलॉजीज को ‘कंपनी ऑफ द इयर’ चुनते हुए श्रॉफ ने कहा कि इसने पिछले साल उद्योग में खुद को नए सिरे से व्यवस्थित करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। निर्णायक मंडल के सभी सदस्यों ने सहमति जताई कि पहले चरण में वित्तीय अनुपात महत्त्वपूर्ण था, लेकिन नवाचार और बाह्य चुनौतियों के बीच संस्थान को विकसित करने पर जिन्होंने ध्यान दिया, उन्हें भी समान महत्त्व दिया जाए। बिड़ला ने कहा, ‘निर्णायक मंडल ने साल के विजेताओं को चुनने के लिए कुछ समय चर्चा की। यह निश्चित रूप से कठिन निर्णय था क्योंकि सूची में कई सारी अच्छी कंपनियां शामिल थीं।

बिज़नेस स्टैंडर्ड द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों से पता चला कि छांटी गई सभी कंपनियों ने पिछले कुछ समय में उल्लेखनीय वित्तीय प्रदर्शन किया है।’ निर्णायक मंडल ने गुजरात गैस को ‘स्टार पीएसयू ऑफ द इयर’ अवॉर्ड के लिए चुना और व्हर्लपूल ऑफ इंडिया को ‘स्टार एमएनसी’ तथा अल्काइल अमीन्स केमिकल्स को ‘स्टार एसएमई’ अवॉर्ड के लिए चुना गया।

फ्रेशवक्र्स ने ‘स्टार्टअप ऑफ द इयर’ का खिताब अपने नाम किया। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए कई नामों पर चर्चा की गई। लेकिन निर्णायकों ने कारोबारी मॉडल पर भरोसा जताते हुए विजेता के नाम पर मुहर लगाई। निर्णायक मंडल ने कारोबारी जगत के इतिहास में गहरी छाप छोडऩे और व्यापक प्रभाव डालने वाली कई असाधारण शख्सियतों के नाम पर भी चर्चा की लेकिन सर्वसम्मति से एलऐंडटी समूह के चेयरमैन ए एम नाइक को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ का हकदार माना गया।

बिड़ला ने कहा, ‘नाइक को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड देना एकदम उपयुक्त है। उन्होंने हमेशा आगे रहकर नेतृत्व किया है और देश तथा एलऐंडटी के लिए उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है।’ निर्णायक मंडल की राय थी कि 78 वर्ष के नाइक कारोबार की दुनिया में ही नहीं परोपकारिता में भी आगे रहे हैं। वित्तीय संस्थान के नियंत्रण में सुस्त कार्य संस्कृति वाली एलऐंडटी को नाइक ने निजी क्षेत्र की आक्रामक कंपनी में बदल दिया और शेयरधारकों के प्रतिफल ने सभी को आकर्षित किया। हालांकि एलऐेंडटी का एक बड़ा हिस्सा अभी भी संस्थानों के पास है लेकिन कंपनी के कर्मचारियों के पास करीब 14 फीसदी हिस्सेदारी है और यह सब नाइक की बदौलत संभव हो पाया। आज एलऐंडटी का बाजार मूल्य करीब 2.14 लाख करोड़ रुपये है। नाइक के जोश ने एलऐंडटी को जबरदस्त ऊंचाई पर पहुंचाया है।

‘स्टार्टअप ऑफ द इयर’ अवॉर्ड पर निर्णायक मंडल सदस्य फ्रेशवक्र्स और एक अन्य दावेदार पर बंटा हुआ था क्योंकि दोनों ने ही अपने-अपने क्षेत्र में अलग हटकर काम किया है। सदस्यों ने यूनिकॉर्न दर्जे के बजाय इनके अनूठे कारोबारी मॉडल पर ध्यान देने को तरजीह दी। काका ने कहा, ‘फ्रेशवक्र्स शानदार कंपनी है। तकनीक की मदद से इसने उद्योग को बदल दिया है।’ ‘स्टार पीएसयू’ के चयन के समय निर्णायकों ने वित्तीय आंकड़ों के अलावा निजी क्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता पर भी ध्यान दिया। विभिन्न कंपनियों पर चर्चा के बाद गुजरात गैस के नाम पर मुहर लगी। नायर ने कहा, ‘इस पीएसयू ने राष्ट्र निर्माण और अर्थव्यवस्था में व्यापक योगदान दिया है। कंपनी ने विभिन्न शहरों में सिटी गैस वितरण में काफी अच्छा काम किया है। विकास की निरंतरता देखते हुए इस कंपनी के पक्ष में निर्णय लिया गया।’

‘स्टार एमएनसी’ अवॉर्ड के लिए निर्णायक मंडल ने कुछ सूचीबद्घ कंपनियों के नाम पर चर्चा की और इस पर विचार किया कि गैर-सूचीबद्घ कंपनियों को भी छांटी गई सूची में शामिल किया जा सकता है या नहीं। लेकिन गैर-सूचीबद्घ कंपनियों के प्रासंगिक वित्तीय आंकड़े उपलब्ध नहीं होने के कारण चयन प्रक्रिया में अड़चन आ सकती थी। अंतत: जूरी ने बिक्री और मुनाफे के आधार पर व्हर्लपूल ऑफ इंडिया को ‘स्टार एमएनसी’ अवॉर्ड के लिए चुन लिया। मेमानी ने कहा, ‘व्हर्लपूल पिछले 30 साल से भारत में कारोबार कर रही है और प्रतिस्पद्र्घी माहौल में इसने बेहतर प्रदर्शन किया है।

कंपनी लगातार अच्छे वित्तीय नतीजे भी दे रही है।’एसएमई क्षेत्र में विजेता चुनने की बात आई तो निर्णायकों ने नरमी भरी अर्थव्यवस्था में एसएमई द्वारा झेली जा रही चुनौतियों पर चर्चा की। अंतत: मुंबई की रसायन कंपनी अल्काइल अमीन्स केमिकल्स को चुना, जिसने वित्त वर्ष 2020 में 992 करोड़ रुपये की बिक्री की और 215 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।

चंद्रा ने कहा, ‘कंपनी ने पिछले तीन साल के दौरान सतत वृद्घि दर्ज की है। इसने अपने शेयरधारकों को उल्लेखनीय रिटर्न भी दिए हैं।’ बिड़ला ने चयन प्रक्रिया के समापन पर कहा, ‘बीएस निर्णायक मंडल की बैठक में हमेशा ही श्रेष्ठ के बीच गहन विश्लेषण किया जाता रहा है। यह साल भी अपवाद नहीं था। मुझे ऐसी कंपनियों और हस्तियों को चुने जाने पर खुशी है जिन्होंने कई वर्षों से प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।’

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