पुलिस थानें न्याय के मंदिर – श्री राजनाथ सिंह

पुलिस थानें  न्याय के मंदिर – श्री राजनाथ सिंह
नई दिल्ली  -केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि किसी भी पुलिस थाने से गरीबों के मन में डर पैदा नहीं होना चाहिए, बल्कि इन थानों को न्याय के मंदिर में तब्दील हो जाना चाहिए। हैदराबाद स्थित सरदार पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में परेड की सलामी के दौरान अपने संबोधन में श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस के रूप में ही सरकार का चेहरा सबसे अधिक दिखाई देता है और नागरिकों में सुरक्षा की भावना कायम करने के लिए इसे संस्थागत रूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को ‘आधा फौलादी’ तथा ‘आधा मोम’ होना चाहिए और इसके साथ ही अपनी नेतृत्व क्षमता के विकास के लिए काम करना चाहिए।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 10 साल के लंबे अंतराल के बाद सरदार पटेल की जयंती पर अधिष्ठापन समारोह का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की जयंती पर इसका आयोजन हमेशा किया जाना चाहिए। श्री राजनाथ सिंह ने यह बात रेखांकित की कि भारत में एकता कायम करने में सरदार पटेल की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा, ‘अगर सरदार पटेल भारत के पहले गृह मंत्री न होते, तो हैदराबाद को एकीकृत करना मुश्किल हो जाता।’

इससे पहले श्री राजनाथ सिंह ने आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर शहर में आयोजित एक समारोह में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने भारत की एकता एवं अखंडता सुनिश्चित करने में सरदार पटेल द्वारा निभाई गई भूमिका की भूरि-भूरि सराहना की। केंद्रीय गृह मंत्री ने उपस्थित लोगों को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ की शपथ भी दिलाई।

श्री राजनाथ सिंह ने शहर में ‘एकता दौड़’ का शुभारंभ भी किया। इस दौड़ में सैकड़ों कॉलेज विद्यार्थियों, एनसीसी कैडेटों और अन्य नागरिकों ने भाग लिया।

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