पीएमजीएसवाई:- तीन राज्यों की क्षेत्रीय समीक्षा बैठक

पीएमजीएसवाई:-  तीन राज्यों की क्षेत्रीय समीक्षा बैठक

जयपुर ——— भारत सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए पूर्व निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए समय सीमा को पुनर्निधारित करते हुए तीन वर्ष कम कर दिया है, इसलिए सभी राज्यों को भी उसी के अनुरूप योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने के प्रयास करने होंगे।

केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास एजेंसी द्वारा जयपुर में सोमवार से तीन राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र एवं गुजरात में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की प्रगति की क्षेत्रीय समीक्षा बैठक में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री राजेश भूषण ने अपने सम्बोधन में यह बात कही।

दो दिवसीय समीक्षा बैठक में विषय का प्रवर्तन करते हुए श्री भूषण ने कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली ने इस वर्ष के बजट भाषण में पीएमजीएसवाई के उन लक्ष्यों को 2019 में ही पूरा किए जाने की बात कहीं जो लक्ष्य 2022 में पूरे किए जाने थे।  उन्होंने कहा कि इससे अब राज्यों की जिम्मेदारी बढ़ गई है और उन्हें पीएमजीएसवाई योजना के क्रियान्वयन में तेजी लानी होगी।

श्री भूषण ने बताया कि स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी योजना की समीक्षा कर रहे हैं। 21 मार्च को उनके द्वारा की गई योजना की समीक्षा में उन्होंने सभी राज्यों के लिए योजना में सड़कों की रखरखाव नीति, ग्रामीण सड़क रखरखाव कोष, योजना प्रबन्धन तंत्र की आवश्यकता बताते हुए सभी कार्याें के लिए समयसीमा निर्धारित कर दी है। श्री भूषण ने बताया कि अब सभी राज्यों को शेष रहे कार्यों की डीपीआर दिसम्बर तक आवश्यक रूप से देनी होगी।

श्री भूषण ने बताया कि डीपीआर निर्माण और स्क्रूटनी में सूचना प्रौ़द्योगिकी के अधिकाधिक प्रयोग एवं योजना के अन्तर्गत सड़क निर्माण में कम कार्बन फुट प्रिंट सामग्री का उपयोग कर पर्यावरण मित्र ग्रीन तकनीक से सड़कों के निर्माण पर जोर दिया जाएगा।

बैठक के दौरान पीएमजीएसवाई योजना के क्रियान्वयन की गति, गुणवत्ता, सड़कों के रखरखाव, राज्यों की योजना क्रियान्वयन की वर्तमान क्षमता एवं सुधार के प्रयास, ओमास जैसे प्रोग्राम सॉफ्टवेयर के उपयोग आदि की राज्यवार समीक्षा की गई।

बैठक में राज्य के शासन सचिव सानिवि श्री गजानन्द शर्मा, गुजरात के सचिव (आरबी) श्री पी.जे.पटेल, महाराष्ट्र के सचिव (आरडीडी) श्री वी.आर.नायक, राजस्थान के मुख्य अभियंता पीएमजीएसवाई श्री एम.के.दवे, केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के निदेशक श्री प्रियरंजन, राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास एजेंसी के निदेशक श्री आई.के.पटेरिया, श्री हीरानाथ, श्री उत्तम कुमार एवं अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।

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