• March 24, 2021

नगर में अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार है सभापति – पार्षद आशीष शर्मा

नगर में अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार है सभापति – पार्षद आशीष शर्मा

प्रतापगढ़ -(मोहित भवसार)— प्रतापगढ़ में जो अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है सफाई व्यवस्था पूरी चरमराई स्थिति में है शहर में कहीं भी सफाई व्यवस्था बिल्कुल सही तरीके से नहीं हो रही है एक तरफ तो सभापति चुनाव लड़ने से पूर्व जनता को बड़े-बड़े वादे कर रही थी की प्रतापगढ़ में सफाई की व्यवस्था को लेकर कभी बुरे दिन नहीं देखने पड़ेंगे और चुनाव लड़ने से पूर्व जन सेवक के रूप में बनकर आए दिन अपने निजी सफाई कर्मचारियों को लगाकर सफाई करवा रही थी लेकिन जब से सभापति बनी है उस समय से प्रतापगढ़ के हालात बहुत ही गंभीर हो चुके हैं ना नगरपालिका में व्यवस्था है सही है ना ना नगर के अंदर सफाई की व्यवस्था सही है इन सभी के लिए स्वयं सभापति जिम्मेदार है और कल की जो घटना हुई है जिसमें सभापति के पति द्वारा नगर परिषद में उत्पात मचाकर उपसभापति की नाम की पट्टिका हटाकर जो नगर परिषद में धांधली गई है उसके लिए स्वयं सभापति जिम्मेदार है इस घटना को कृत्य करने से सभापति नगर की जनता को क्या बताना चाहती हैं ,इससे नगर परिषद के कर्मचारी और नगर परिषद के पक्ष और विपक्ष दोनों के पार्षद भी समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर सभापति चाहती क्या है (यह तो नगर की सभापति की छोटी मानसिकता दिख रही ) और सभापति सूअर मुक्त प्रतापगढ़ को लेकर जो नौटंकी और नाटक बाजी कर रही है उससे वह क्या दर्शना चाहती है एक तरफ तो वह सुअर को पकड़ा रही है और दूसरी तरफ स्वयं सूअरों को नगर में छोड़कर विपक्ष पर लांछन लगा रही है जबकि विपक्ष का और विपक्ष के पार्षदों का सुअर मुक्त प्रतापगढ़ को लेकर पूरा समर्थन है कांग्रेस के समस्त पार्षद भी चाहते हैं कि प्रतापगढ़ की जनता को इन आवारा पशुओं और सूअर से निजात मिले आए दिन एक्सीडेंट हो रहे हैं सड़कों पर आवारा पशु झुंड के रूप में बैठे रहते हैं जिससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है और कई बार तो यह आवारा पशु और सूअर आपस में झगड़ पढ़ते हैं जिससे कई वृद्धजन और बच्चों को चोट पहुंचती और काफी नुकसान होता है इन सब की जिम्मेदार भी नगर परिषद की सभापति है जो चुनाव से पहले तो बड़े-बड़े वादे कर रही थी लेकिन अब वह सभी वादे कहां गए प्रतापगढ़ नगर की सभापति से पूछना चाहता हूं कि आखिर जनता के साथ क्या करना चाहती है । प्रतापगढ़ के कई वार्डों में तो सड़के भी मांग कर रही है कि हमें सुधार दो और इतनी दयनीय हालत में है कि वहां पर गड्ढों की भरमार है सभापति महोदया तो कुर्सी पर नहीं बैठने का हवाला देकर प्रतापगढ़ की जनता को बेवकूफ बना रही है सूअर मुक्त प्रतापगढ़ के साथ था सभापति महोदय को नालियों की व्यवस्था सड़कों पर गड्ढों की दुरुस्ती करण को लेकर बिग काम करना चाहिए लेकिन वह प्रतापगढ़ की जनता को सिर्फ और सिर्फ बेवकूफ बनाने का काम कर रही है यहां पर अभी अंधेर नगरी चौपट राजा का आलम लगा हुआ है ।

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