तनाव की मानसिकता को दूर करने के लिए आवश्यक है कि हम युवाओं को हुनरमंद बनायें:- मुख्यमंत्री

तनाव की मानसिकता को दूर करने के लिए आवश्यक है कि हम युवाओं को हुनरमंद बनायें:- मुख्यमंत्री

पटना —-:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अधिवेशन भवन में आयोजित राष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिता 2018 के चयनित प्रतिभागियों के पुरस्कार वितरण एवं उत्साहवर्द्धन समारोह सह रोजगारपरक एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण हेतु ख्याति प्राप्त संस्थाओं के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। प्रधान सचिव श्रम संसाधन श्री दीपक कुमार सिंह ने सैप्लिंग भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।

मुख्यमंत्री ने लखनऊ, बेंगलुरु एवं भुवनेश्वर में आयोजित क्षेत्रीय प्रतियोगिता में राज्यस्तरीय सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। पुरस्कृत किए गये सभी प्रतिभागी 2 अक्टूबर से दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। राज्य के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण को ध्यान में रखते हुए आज इस कार्यक्रम में भारत के तीन ख्याति प्राप्त संस्थानों के साथ समझौता पत्र पर निदेशक नियोजन एवं प्रशिक्षण श्री धर्मेन्द्र सिंह ने हस्ताक्षर किया। इन कंपनियों में मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड, सी0आई0एस0सी0ओ0 सिस्टम (इण्डिया) प्राइवेट लिमिटेड एवं Talbrum & HPSPLमिल है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सबसे पहले पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आप सभी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने वाले हैं, इसके लिए मेरी तरफ से शुभकामनायें हैं। आप सभी सफलता हासिल करें ताकि आपको अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि मन को स्थिर और मनोबल को ऊँचा रखिये क्योकि ऐसे समय में मन अस्थिर हो जाता है कि हम सफल होंगे या नहीं। हर हाल में हम कामयाब होंगे, यह सोचकर प्रतियोगिता में पार्टिसिपेट करना चाहिए। रीजनल कम्पीटीशन में बिहार के 22 बच्चे सफल हुए हैं, यह खुशी का विषय है।

उन्होंने कहा कि स्किल डेवलपमेंट सबसे बड़ी चीज है। शिक्षा चाहे जितनी भी आप हासिल कर लें, स्किल पावर की हर जगह डिमांड है। स्किल डेवलपमेंट का सदुपयोग कर रोजगार को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार कौशल विकास मिशन के माध्यम से वर्ष 2022 तक एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सूचना तकनीक के इस युग में कम्प्यूटर पर काम करने की जानकारी हर किसी को रहनी चाहिए।

अगर आपके पास कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं है तो काम मिलना काफी मुश्किल है, इसको ध्यान में रखते हुए सरकार के सात निश्चय में शामिल कुशल युवा कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को कम्प्यूटर ज्ञान, संवाद कौशल और व्यवहार कौशल से संबंधित 240 घंटे का प्रशिक्षण निःशुल्क मुहैया कराया जा रहा है। प्रखंड स्तर पर लाखों युवा अब तक इसका लाभ भी उठा चुके है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हुनर का विकास हमारा लक्ष्य है। बिहार कौशल विकास मिशन की देखरेख में सात निश्चय के अंतर्गत कुशल युवा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे रोजगार पाने में सहूलियत हो रही है। युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने में जो भी समस्या सामने आ रही है, उसे दूर कर सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में भी विश्व, देष, क्षेत्र और राज्य स्तर पर भी प्रतिस्पद्र्धायें हो रही हैं। इसमें सफल होने वाले प्रतिभागियों को सरकारी सेवा में बहाल होने के लिए छूट की भी व्यवस्था होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि युवाओं को सशक्त बनाने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से उच्च शिक्षा हासिल करने वाले छात्रों को 4 लाख रूपये तक का ऋण मुहैया कराने का प्रावधान किया गया है। वहीं रोजगार की तलाश में जुटे युवाओं को दो वर्ष तक प्रतिमाह 1000 रुपये दिये जा रहे हैं। सभी सरकारी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा प्रदान की गयी है।

उद्यमिता में रूचि रखने वाले युवाओं के लिए 500 करोड़ रूपये का वेंचर कैपिटल फंड भी बनाया गया है। इसके अलावा 5 नये मेडिकल कॉलेज, हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, हर जिले में महिला आई0टी0आई0 के साथ-साथ ए0एन0एम0 स्कूल, जी0एन0एम0 संस्थान, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आदि की व्यवस्था की जा रही है।

श्रम संसाधन विभाग के मंत्री एवं अधिकारियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय कार्यक्रम के तहत सभी जिलों में महिला आई0टी0आई0 और सभी सब डिवीजन में आई0टी0आई0 खोलने का जो निश्चय निर्धारित था, उसे विभाग द्वारा पूरा किया जा चुका है, इसकी मुझे बेहद खुशी है। उन्होंने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से युवाओं को रोजगार मिलेगा तो वे संतुष्ट होकर जीवन व्यतीत करेंगे। आज कल काम की कम झगड़ों और विवादों की ज्यादा चर्चा हो रही है। ऐसे में तनाव की मानसिकता को दूर करने के लिए आवश्यक है कि हम युवाओं को हुनरमंद बनायें, जिससे समाज में व्याप्त कटुता भी खत्म होगी। समाज में समरसता, प्रेम, भाईचारा, आपसी सौहार्द्र कायम करने में कौशल का महत्वपूर्ण योगदान है।

इस अवसर पर प्रधान सचिव श्रम संसाधन विभाग श्री दीपक कुमार ने मुख्यमंत्री को पुस्तक भेंट की। कार्यक्रम को श्रम संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा एवं प्रधान सचिव श्रम संसाधन विभाग श्री दीपक कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर विकास आयुक्त श्री अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, श्रम संसाधन विभाग के विशेष सचिव श्री के0 सेंथिल कुमार, श्रम आयुक्त श्री गोपाल मीणा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी, कंपनियों के प्रतिनिधि एवं प्रतिभागियों के परिजन बड़ी संख्या में मौजूद थे।

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