- February 25, 2015
तंबाकू नियंत्रण के लिए कड़े उपाय: स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी.नड्डा
राज्य सभा में लिखित उत्तर
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की रिपोर्ट के अनुसार भारत में तंबाकू के इस्तेमाल के कारण कैंसर के 50 प्रतिशत मामले पुरुषों में और 25 प्रतिशत मामले महिलाओं में देखने को मिलते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार तम्बाकू के इस्तेमाल के कारण हृदय संबंधी बीमारियां, कैंसर, डायबीटीज और सांस संबंधी गंभीर बीमारियां होने का खतरा रहता है। डब्ल्यूएचओ के अध्ययन में यह बात भी सामने आई है कि धूम्रपान के कारण टीबी होने तथा उससे होने वाली मौतों का खतरा बढ़ जाता है। ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे-इंडिया रिपोर्ट (2010) के अनुसार भारत में टीबी के 40 प्रतिशत मामलों का कारण धूम्रपान है।
सरकार ने तम्बाकू नियंत्रण के अनेक उपाय किए हैं जिनमें शामिल है-
- सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन पर रोक और व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण नियम) कानून, 2003।
- तम्बाकू नियंत्रण पर डब्ल्यूएचओ संरचना समझौते की पुष्टि।
- वर्ष 2007-08 में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की शुरूआत जिसका उद्देश्य (1) तम्बाकू सेवन के नुकसान के बारे में जागरुकता पैदा करना। (2) तम्बाकू उत्पादों का उत्पादन और आपूर्ति कम करना (3) तम्बाकू रोधी कानूनों को प्रभावकारी तरीकों से लागू करना (4) लोगों की तम्बाकू का इस्तेमाल छोड़ने में मदद करना है ।
- तम्बाकू उत्पादों अथवा फिल्मों और टेलीविजन कार्यक्रमों में उनके इस्तेमाल का वर्णन नियंत्रित करने के लिए नियमों की अधिसूचना।
- तम्बाकू उत्पाद के पैकेटों पर स्वास्थ्य संबंधी नई तस्वीरों के साथ नियमों की अधिसूचना 01.04.2015 से प्रभावी होगी।