- March 31, 2015
डिग्री वितरण की समयबद्ध कार्य योजना – राज्यपाल
जयपुर -राज्यपाल एवं कुलधिपति श्री कल्याण सिंह ने राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की समन्वय समिति की बैठक आगामी 5 मई को राज भवन में प्रात: ग्यारह बजे बुलाई है। राज्यपाल ने प्रदेश के सभी 26 सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से डिग्री वितरण की समयबद्व कार्य योजना 15 अप्रेल तक राज भवन को आवश्यक रूप से भेजने के निर्देश दिए है।
राज्यपाल श्री सिंह ने बैठक से एक माह पूर्व ही कुलपतियों को कार्य बिन्दुओं की सूची भिजवा दी है। कुलाधिपति की मंशा है कि कुलपति कार्य बिन्दुओं पर गहन चिन्तन करें और उनके बारे में विस्तृत सूचनाओं की रिपोर्ट राज भवन को उपलब्ध करवा दें ताकि राज्य की उच्च शिक्षा की समस्याओं के निराकरण के लिए कुलपति समन्वय समिति की बैठक में ही निर्णय लिया जा सके ।
राजस्थान के राज्यपाल श्री कल्याण सिंह विश्वविद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं। वे चाहते हैं कि राज्य के विश्वविद्यालयों की प्रशासनिक व्यवस्थाएं दुरूस्त हो जाये ताकि विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय परिसरों में शैक्षणिक व्यवस्था का माकूल माहौल मिल सकेे।
डिग्री वितरण की समयबद्वता, छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को उनकी उपस्थिति और परीक्षा परिणामों को सूचित करने की व्यवस्था, छात्रावासों की प्रबंधकीय व मॉनिटरिंग व्यवस्था, विश्वविद्यालयों को आधुनिक संचार व तकनीक के अनुरूप विकसित करने व नेशनल नॉलेज नेटवर्क के उपयोग संबंधी प्रस्तावों के बारे में कुलाधिपति श्री सिंह ने कुलपतियों से वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी मांगी हंै।
श्री सिंह चाहते हैं कि विश्वविद्यालय सामाजिक सरोकारों के दायित्वों को भी निभायें ताकि छात्र-छात्राओं को सामाजिक कत्र्तव्यों के प्रति जागरूक किया जा सके। इसके लिए कुलाधिपति ने विश्वविद्यालयों से एक-एक गांव गोद लेकर आदर्श गांव बनाये जाने संबंधी प्रस्तावों का विवरण भी मांगा है।
विश्वविद्यालयों के शिक्षकों हेतु सेवा नियमों में निर्धारित कोड आफ कनडेक्ट के अनुसार ट्यूशन संबंधी प्रावधानों की कडाई से अनुपालन की स्थिति, निर्धारित मानकों के अनुरूप शिक्षकों द्वारा कक्षाएं लेने , रिफ्रेशर कोर्स के प्रावधानों , विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों के रिक्त रहने की अवधि व कारण सहित नियुक्ति के प्रावधान, नियुक्ति प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता व नियुक्तियों में आ रही समस्याओं, विश्वविद्यालयों में अब तक हुए दीक्षांत समारोहों का विवरण, मेडल्स के वितरण की तथ्यात्मक रिपोर्ट, विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण बनाने के आधुनिक प्रयास, नये संकाय खोले जाने संबंधी प्रस्ताव ,परीक्षाओं की व्यवस्थां और परिणाम घोषित करने की मामलों पर भी बैठक में चर्चा होगी।
—