- April 6, 2017
जिला खनन विकास मद से 100 करोड़ के प्रस्ताव
जयपुर———————उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने राजसमन्द जिला परिषद के सभाकक्ष में बुधवार को जिला खनन विकास मद से शिक्षा, चिकित्सा आदि कायोर्ं के लिए प्राथमिकता के साथ समीक्षा की एवं उपस्थित संबंधित अधिकारियों से कहा कि सामाजिक सरोकारों के निर्वहन के प्रति गंभीरता बरतें।
उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि सम्पूर्ण राजसमन्द जिले में आधारभूत लोक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सामाजिक सरोकारों के निर्वहन पर ध्यान दिया जाए और इसके लिए सभी क्षेत्रों में बेहतर विकास और बुनियादी सुख-सुविधाएं मुहैया कराए जाने के लिए हर स्तर पर गंभीरतापूर्वक प्रयासों की आवश्यकता है।
बैठक में बताया गया कि इस मद से 60 फीसदी बजट का व्यय चिकित्सा एवं शिक्षा पर प्राथमिकता के आधार पर किया जाना है। इसमें शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों में फर्नीचर, चारदीवारी, शौचालय निर्माण कार्य आदि एवं चिकित्सा केन्द्रों पर भी चिकित्सकीय सुविधाओं के अन्तर्गत निर्माण एवं उपकरण पर व्यय किए जाने का प्रावधान है।
40 प्रतिशत मद का हिस्सा पेयजल, सड़क आदि कायोर्ं के लिए व्यय किया जाएगा। जिले को यह राशि माईनिंग क्षेत्र से प्राप्त होने वाली राशि का प्रावधान के अनुरूप इस मद से व्यय होना है। इनमें माइनिंग क्षेत्र में सड़क सुविधाओं को उपयुक्त बनाने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बैठक में वर्ष 2016-17 के लिए उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने जिला कलक्टर के साथ सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ प्रावधान के अनुरूप क्षेत्रवार व्यय किए जाने वाले कायोर्ं के प्रस्तावों पर चर्चा की। इसी प्रकार बैठक में जिला प्रमुख, कुम्भलगढ़ एवं नाथद्वारा विधायक ने भी अपने क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप प्राथमिकता से कायोर्ं के प्रस्तावों पर चर्चा की। सभी प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर लगभग 100 करोड़ के कार्य 60-40 के अनुपात से कार्यों पर व्यय होगा।
समीक्षा बैठक में राजसमन्द जिला प्रमुख प्रवेश कुमार सालवी, जिला कलक्टर अर्चना सिंह, कुम्भलगढ़ विधायक श्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़, नाथद्वारा विधायक श्री कल्याण सिंह चौहान, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रौनक बैरागी सहित चिकित्सा, शिक्षा, सार्वजनिक निर्माण आदि विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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