- March 15, 2017
गोकुल महोत्सव -गोपाल पुरस्कार योजना
भोपाल (बिन्दु सुनील)————-पशु पालन मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने गोकुल महोत्सव के द्वितीय चरण का शुभारंभ बड़वानी जिले के ग्राम पलसूद से किया। श्री आर्य ने गोपाल पुरस्कार योजना में प्रदेश स्तर पर सर्वश्रेष्ठ चयनित गायों के पालकों को योजना राशि के चेक एवं प्रमाण-पत्रों का भी वितरण किया।
कुकड़ा-बुकड़ा कर देगी किसानो की आय को दोगुनी
पशु पालन मंत्री श्री आर्य ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने में कुकड़ा (मुर्गी)-बुकड़ा (बकरी) के साथ-साथ गाय पालन का विशेष स्थान है। इसलिए 14 मार्च से गोकुल महोत्सव के द्वितीय चरण का अभियान प्रारंभ किया गया है।
आगामी 9 मई तक पशुपालन विभाग की टीम हर गाँव में जाकर बकरी-मुर्गी-गाय-भैंस का निःशुल्क उपचार एवं टीकाकरण करेगी। श्री आर्य ने किसानों को अपने दुधारू पशुओ एवं मुर्गियों का टीकाकरण अवश्य करवाने को कहा।
श्री आर्य ने बताया कि सेंधवा में जहाँ 12 करोड़ की लागत से दुग्ध संयंत्र की स्थापना की जा रही है, वहीं कड़कनाथ मुर्गा पालन के लिये 9 करोड़ की लागत की विशेष कार्य-योजना बनाई गई है। इसी प्रकार आदिवासी बहुल क्षेत्रों में रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिये धार में शीघ्र ही एक बड़ा सम्मेलन किया जायेगा।
इन गौ-पालकों को मिला राज्य स्तरीय गोपाल पुरस्कार
कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री श्री आर्य ने गोपाल पुरस्कार योजना में प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ रहे पशुपालक उज्जैन के श्री ईश्वरसिंह को 2 लाख, द्वितीय स्थान पर रहे नरसिंहपुर के श्री गोविंदसिंह पटेल को एक लाख तथा तृतीय स्थान पर रहे धार के श्री गोपाल पाटीदार को 50 हजार रुपये की राशि का चेक देकर सम्मानित किया। श्री आर्य ने 7 पशुपालक को सांत्वना पुरस्कार बतौर 10-10 हजार रुपये के चेक भी वितरित किये।
श्री आर्य ने जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार योजना में 50 हजार रुपये का प्रथम पुरस्कार राजपुर के श्री चुन्नीलाल धनगर को, 25 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार राजपुर के ही श्री तोताराम धनगर को तथा 15 हजार का तृतीय पुरस्कार कसरावद के श्री महेन्द्र महादेव को वितरित किया।