- August 23, 2018
गैस क्नैक्सन – 20 सितम्बर तक विशेष अभियान *** डेंगू एवं मलेरिया का कहऱ़़ ***
पानीपत——–जिला में हर परिवार को गैस क्नैक्सन देने के उद्देश्य से आगामी 20 सितम्बर तक विशेष अभियान चलाकर कैम्प लगाए जाएंगे। कोई भी परिवार ऐसा नही रहना चाहिए जिसके पास गैस क्नैक्सन न हो। यह निर्देश उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में सभी गैस एजेंसियों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए दिए। बैठक में डीएफएससी अनिता खर्ब भी उपस्थित रही।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल ने उज्जवला योजना की 100 प्रतिशत सफलता के लिए व्यक्तिगत तौर पर रूचि लेकर आदेश दिए हैं कि कोई भी घर जिला में ऐसा नही बचना चाहिए जिसके पास गैस क्नैक्सन न हो। बीपीएल, नॉन बीपीएल सभी तरह के परिवार इसमें कवर होंगे।
उन्होंने कहा कि हर एक ब्लॉक में विशेष अभियान चलाकर एक से लेकर दो कैम्प लगाए जाएंगे। हर खण्ड में वे एक बार जरूर व्यक्तिगत तौर पर उस कैम्प में भाग लेंगी।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक अनिता खर्ब को कहा कि गांव में सरपंच या पंच से यह लिखवाकर लिया जाए कि उनके गांव में कोई भी ऐसा परिवार नही है जो गैस क्नैक्सन बगैर रहा है। यदि कोई है तो उसे तत्काल प्रभाव से गैस क्नैक्सन उपलब्ध करवाया जाए। इसी तरह शहरी क्षेत्र में भी कमेटी की ओर से लिखवाया जाए कि वार्ड में कोई भी परिवार बिना क्नैक्सन के नही है।
डीसी सुमेधा कटारिया ने सभी गैस एजेंसियों के प्रतिनिधियों से अपील की कि वे इस गहन अभियान में जिला प्रशासन का सहयोग करें। आप सब परिवार की धुरी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धुंआ मुक्त करने का जो बीड़ा उठाया है उसमें प्रदेश सरकार पूरी तरह से सक्रीय है। उज्जवला योजना के तहत जो कोई भी परिवार क्नैक्सन के लिए आवेदन करे उसे तत्काल प्रभाव से गैस क्नैक्सन देना सुनिश्चित करें। यह आप और हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सरकार द्वारा चलाई गई आमजन से जुड़ी योजनाओं का लाभ अंतोदय कार्यक्रम के तहत दें।
डीएफएससी अनिता खर्ब ने बताया कि जिला में कुल 36 एजेंसी शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत है। सभी को हिदायतें जारी कर दी गई हैं।
इसराना व समालखा में विशेष कैम्प लगाकर भी लोगों को उज्जवला योजना का लाभ देने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
निर्धारित तय समय में और भी कैम्प लगाए जाएंगे ताकि लोगों को उज्जवला योजना का लाभ दिया जा सके। सभी गैस एजेंसियों के प्रतिनिधियों की ओर से तेजवीर जागलान ने उपायुक्त सुमेधा कटारिया को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन को सभी गैस एजेंसियों की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा।
*** प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अपग्रे ड़***
मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल ने पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के लिए बड़ी परियोजना की स्वीकृति प्रदान की है। पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने खोतपुरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अपग्रेड़ करने की स्वीकृति प्रदान की है।
पानीपत ग्रामीण विधानसभा के विधायक महिपाल ढांडा ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि इसके अपग्रेड होने से स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार होगा और लोगों को लाभ मिलेगा।
कार्यवाहक सिविल सर्जन डॉ0 नवीन सुनेजा ने बताया कि खोतपुरा प्राथमिक सेवा केन्द्र के सामुदायिक सेवा केन्द्र के अपग्रेड होने से खोतपुरा के साथ-साथ चंदौली, बराना, पलड़ी, राणा माजरा और नूरवाला गांवों के लोगों को इसका सबसे अधिक लाभ मिलेगा।
इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बनने से आसपास के लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे। इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सकों सहित 35 पदों की स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
*** डेंगू एवं मलेरिया ***
अतिरिक्त उपायुक्त सुजान सिंह ने कहा कि प्राईवेट अस्पतालों के लिए डेंगू और चिकनगुनिया के रेट तय कर दिए गए हैं। डेंगू व चिकनगुनिया बुखार के टैस्ट के लिए 600 रूपये और पीसीआर टैस्ट के लिए 1000 रूपये तय किए हैं।
उन्होंने कहा कि अब तक जिला पानीपत में मलेरिया की बिमारी 50 प्रतिशत से भी कम है और सभी जगह पर फोगिंग करवाई जा रही है। उन्होंने मछली विभाग को तालाबों में मच्छरों का लारवा खाने वाली मच्छलियों को डालने के निर्देश दिए।
सिविल सर्जन डा0 नवीन सुनेजा ने कहा कि बापौली एरिया में आईआरएस स्प्रे के दो राउण्ड होने हैं, उनमें से एक राउण्ड को पूरा कर दिया गया है, इस राउण्ड में 6 गांवों को कवर कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि एमटीएचएस व पीएचसी के द्वारा मच्छरों को मारने वाली दवाई प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चों को मच्छरदानी या पतले कपड़े के नीचे सुलाएँ।
मच्छर रुके हुए पानी में पैदा होते हैं।
आस-पास के टूटे हुए बरतनों को हटा दें।
तालाब या दलदल को साफ करें या उन पर थोड़ा सा तेल डालें।
घर के आसपास गड्ढों तथा पानी के इकट्ठा होनेवाले स्थानों को पाट दें।
छत की टंकी, टेंक, कूलर, गमलों इत्यादि का पानी बदलते रहें। सप्ताह में एक बार जरूर बदलें। इससे भी मच्छरों के प्रजनन पर रोक लगाई जा सकती है।
पानी की निकासी की सही व्यवस्था करें।
जहाँ तक संभव हो अंडर ग्राउंड निकासी की व्यवस्था करें।
साफ-सफाई के लिए फिनाइल इत्यादि का प्रयोग करें।
कीटनाशकों का छिडक़ाव मच्छर पैदा होने वाले स्थानों में तथा घरों में करवाएं।