- March 25, 2016
कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम :कारीगरों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
झज्जर, 25 मार्च हस्तशिल्प में पंरपरागत कारीगरी को प्रोत्साहन देने के लिए खादी ग्रामोद्योग आयोग तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (भारत सरकार) की ओर से झज्जर शहर के छावनी मोहल्ला में मिट्टी की कलाकृतियां एवं बर्तन बनाने वाले कारीगरों के लिए पांच दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार से आरंभ हो गया।
खादी ग्रामोद्योग विभाग के अंबाला कार्यालय की ओर से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले सत्र का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी नीरज कुमार ने किया। विशिष्ट अतिथि सहायक सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी दिनेश कुमार व बिजेंद्र कुमार ने प्रशिक्षण लेने वाले कारीगरों को प्रोत्साहित किया।
जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी नीरज कुमार ने कहा कि समय के साथ हर चीज तेजी से बदल रही है। ऐसे में परंपरागत कारीगरों को भी समय के अनुरूप अपने कौशल का विकास करना चाहिए ताकि बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन होता रहे। खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग की इस सराहनीय पहल प्रशंसनीय है।
परंपरागत हुनर में तकनीक का समावेश हो तो उसका असर उत्पाद की गुणवत्ता पर भी पड़ता है। ऐसे में सभी प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण की शुभकामनाओं के साथ कार्यक्रम में गंभीरता के साथ नई तकनीकी सीखनी चाहिए। खादी ग्रामोद्योग अंबाला से सहायक विकास अधिकारी जगत सिंह हुड्डा ने अतिथियों का स्वागत किया। कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीण सेवा मण्डल, डाया (हिसार) के तत्वावधान में हो रहा है।
यह प्रशिक्षण शिविर छावनी मोहल्ला स्थित माटी कला बोर्ड के पूर्व सदस्य एवं अंतरराष्ट्रीय शिल्पकार इंद्रपाल खोहाल की कार्यशाला में आयोजित हो रहा है। इस अवसर पर ग्रामीण सेवा मंडल डाया के मंत्री राजेश सिंधु सहित बड़ी संख्या में मिट्टी के कारीगर उपस्थित रहे।