- February 13, 2015
कुपोषित बच्चों का वॉयस मैसेज से फोलोअप
जयपुर- कुपोषण उपचार केन्द्रों में व्यापक सुधार चलाये जा रहे अभियान के तहत दाखिल किये गये कुपोषित बच्चों की समस्त सूचनाएं ऑन लाईन जयपुर मुख्यालय पर प्राप्त की जायेगी एवं मार्च माह से इन केन्द्रों से डिस्चार्ज होने वाले बच्चों के फॉलोअप वायॅ मैसेज भेजकर अभिभावको अपने बच्चों को समय-समय पर इन केन्द्रों पर जॉच हेतु लाने के लिये प्रेरित किया जायेगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि प्रदेश में चिकित्सा संस्थानों पर ”कुपोषण उपचार केन्द्र चलाये जाते हैं। इस समय 10 शैय्याओं वाले 40 केन्द्र तथा 6 शैय्याओं वाले 107 केन्द्र सहित प्रदेश में 147 संस्थानों पर 1042 शैय्याओं की व्यवस्था की गयी है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायता से कुपोषण उपचार केन्द्रों के प्रति जागरूकता हेतु कार्यवाही की जाती है। उन्होंने बताया वर्ष 2013-14 में इन उपचार केन्द्रों पर लगभग 4 हजार कुपोषित बच्चों को दाखिल कर एवं वित्तीय वर्ष 2014-15 में जनवरी माह तक 8 हजार से अधिक बच्चों को कुपोषण उपचार केन्द्रों पर भर्ती कर कुपोषण से मुक्ति दिलाने की कार्यवाही की गयी।