• May 2, 2022

कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में अल्पसंख्यक का दर्जा मिलना ही चाहिए—- राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी

कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में अल्पसंख्यक का दर्जा मिलना ही चाहिए—- राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में अल्पसंख्यक का दर्जा मिलना ही चाहिए.


मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है कि अगर कोई राज्य सरकार राज्य में किसी भी समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देना चाहती है, तो उसे अनुमति दी जानी चाहिए. हालांकि, उन्होंने कहा, हलफनामे पर शीर्ष अदालत के फैसले का अभी इंतजार है.

पूर्वोत्तर की जनसांख्यिकीय आबादी का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र में 80 प्रतिशत से अधिक आबादी ईसाई है और हिंदू आबादी केवल 10 प्रतिशत है.

सुशील मोदी ने कहा, ऐसे मामलों में ईसाइयों को वहां अल्पसंख्यक कैसे कहा जा सकता है, वहां हिंदू अल्पसंख्यक हैं.

मोदी ने ग्लोबल कश्मीरी पंडित डायस्पोरा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम द कश्मीर फाइल्स इन डिस्टेंट लैंड्स एंड नाउ बियॉन्ड में यह टिप्पणी की, जहां डायस्पोरा के चार अंतर्राष्ट्रीय चैप्टर प्रमुखों ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर अपने विचार साझा किए. मोदी ने कहा कि वह कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में अल्पसंख्यक का दर्जा देने और उन्हें नरसंहार का शिकार घोषित करने की मांग उठाएंगे.

उन्होंने कहा कि सरकार को कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचारों के उन सभी प्रकरणों का दस्तावेजीकरण करने के लिए एक श्वेतपत्र भी लाना चाहिए.

मोदी ने कहा, आने वाली पीढ़ी को नरसंहार की कहानियां सुनाने के लिए इस प्रवासी को सभी अत्याचारों का दस्तावेजीकरण करने का पहला काम करना चाहिए. अन्यथा, इस घटना को 15 से 20 साल बाद किसी को पता नहीं चलेगा. हालांकि, फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री पहले ही फिल्म के लिए बहुत सारे दस्तावेज जुटा चुके हैं.

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply