औद्योगिकीकरण, निवेश विस्तार, निर्यात-रोजगार के अवसर -उद्योग आयुक्त

औद्योगिकीकरण, निवेश विस्तार, निर्यात-रोजगार के अवसर   -उद्योग आयुक्त

जयपुर——— उद्योग आयुक्त श्री कृृष्ण कुणाल ने बताया है कि राज्य में समन्वित समग्र औद्योगिक विकास और भावी निवेश संभावनाओं की तलाश के लिए पहले चरण में 11 जुलाई से राज्य के 12 जिलों में बारी-बारी से सीधा संवाद कायम कर भावी रणनीति तैयार की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इसकी जिम्मेदारी बीआईपी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्रों और बीआईपी के नोलेज पार्टनर केपीएमजी को सौंपी गई है।

आयुक्त श्री कुणाल ने बताया कि सभी जिलोें उद्योग केन्द्रों के महाप्रबंधकों को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले मेें उपलब्ध आधारभूत सुविधाओं, औद्योगिक भूमि की उपलब्धता, श्रम शक्ति, निवेशकों के रुझान और पहुंच आदि की जानकारी तैयार करने को निर्देशित कर दिया गया है।

पहला सीधा संवाद 11 जुलाई को अलवर में रखा गया है जिसमें जयपुर से केपीएमजी और बीआईपी की टीम के साथ ही स्वयं आयुक्त कृृष्ण कुणाल हिस्सा लेंगे।

आयुक्त श्री कुणाल ने बताया कि 11 जुलाई को अलवर में आयोजित सीधे संवाद में पहले जिला कलक्टर अलवर, विभागीय अधिकारियों के साथ ही रीको और औद्योगिक निवेश से जुड़े जिलाअधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इसी दिन इसके बाद जिलों के औद्योगिक क्षेत्राें के प्रतिनिधियों और उद्योग संघों से चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि संवाद के दौरान रिप्स, एक्सपोर्ट पोलिसी, सिंगल विण्डों सिस्टम, एमएसएमई उद्योगों के सशक्तिकरण आदि के संबंध में फीड बेक व सुझाव भी लिए जाएंगे।

श्री कुणाल ने बताया कि पहले चरण में अलवर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तोड़गढ़, उदयपुर, कोटा, बीकानेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, जैसलमेर, सिरोही और जयपुर में संवाद कायम किया जाएगा। संवाद में संबंधित जिले के जिला कलक्टर, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, विभागीय अधिकारियाें के साथ ही रीकोे, जिले के संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों और औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग बैठक होगी ताकि धरातलीय ठोस जानकारी जुटाई जा सके। उन्होंने बताया कि अध्ययन के बाद केपीएमजी से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश में निवेश के संभावित क्षेत्र, राज्य सरकार की सिंगल विण्डों, रिप्स, निर्यात पॉलिसी पर सुझाव, प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने और योजनावद्ध औद्योगिक निवेश को बढ़ावा दिया जा सकेगा।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अतिरिक्त निदेशक श्री डीसी गुप्ता, श्री पीके जैन, संयुक्त निदेशकों में श्री एसएस शाह, संजीव सक्सैना, सीएल वर्मा, अविन्द्र लढ््ढा, उपनिदेशक संजय मामगेन, बीआईपी के महाप्रबंधक श्री नागेश, सिंगल विण्डो प्रभारी श्रीमती मलार आदि ने आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक में नोलेज पार्टनर केपीएमजी के एसोसिएट निदेशक धवल पिपलानी ने कंप्यूटर स्लाइड प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुतिकरण दिया।

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