- February 23, 2016
उपद्रवियों की भी पहचान करके उन्हें सख्त सजा दिलवाने का काम –सुभाष बराला बीजेपी अध्यक्ष
कैथल 23 फरवरी (राजकुमार अग्रवाल) ——————– जाट आंदोलन के चलते कैथल शहर में घटी आगजनी ,लूटपाट और मारपीट की घटनाओं लेकर आज स्थानीय विश्राम ग्रह में भाजपा प्रदेश अध्य्क्ष सुभाष बराला और मंत्री नयाब सिंह को नॉन जाट बिरादरी के गुस्से का न सिर्फ सामना करना पडा बल्कि स्थानीय जनता ने सुभाष बराला को सुनने तक से इंकार दिया ,क्योंकि नॉन जाट बिरादरी जिला पुलिस कप्तान खिलाफ कार्यवाही की मांग के इलावा उन्हें तुरंत बर्खास्त करने माग पर अड़ी हुई थी , लोगो का कहना था की जाट आंदोलन चलते जिला कैथल में जो वारदातें हुई उनके पीछे जिला प्रशासन की मौन स्वीकृति थी ।
अगर ऐसा नही था तो पुलिस कप्तान ने क्यों उपद्रवियों पर कार्यवाही नही की , कैसे और क्यों ठीक जिला प्रशासन और सेना की मौजूदगी में आगजनी और लूटपाट की घटनायें घटित हुई ,स्थानीय आम जनता पर निहथे लोगो पर पुलिस बल का प्रयोग किया गया , पीछे कौन था इसकी जाँच करवा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की माग भी की , भाजपा नेता सुरेश गर्ग नौच ने कहा की जिला प्रशासन ने जो कोताही भर्ती उसकी भरपाई करना मुश्किल है ।
पूर्व विधायक लीला राम गुजर ने पुलिस कप्तान को तुरंत हटाने की मांग की ,पत्रकारों का गुस्सा भी भाजपा नेताओ और मंत्री को सहन करना पडा ,क्योंकि जाट आंदोलन में पत्रकारों को निशाना बनाया गया था पत्रकारों ने भी जिला प्रशासन की नाकामी की पोल नेताओ के सामने खोली ,जनता की सुनने बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष श्री सुभाष बराला ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन की समाप्ति के बाद समाज के सभी समुदाय अविश्वास की खाई को पाटने तथा आपसी विश्वास बहाली के लिए कार्य करें।
वर्तमान में प्रदेश में संपूर्ण समाज में भाईचारे की भावना को बहाल करने की जरूरत है। उन्होंने इस आंदोलन के दौरान सभी समुदायों का संयम एवं शांति के परिचय के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी समुदाय के लोग एक परिवार की तरह हैं तथा आपसी प्रेम और सौहार्द का वातावरण फिर से कायम करना हम सबकी सामुहिक जिम्मेवारी है।
आंदोलन के दौरान कुछ अधिकारियों कीकार्यप्रणाली के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि किसी भी अधिकारी का व्यवहार इस आंदोलन के दौरान संदिग्ध पाया गया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में मीडिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है और उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी यह लोकतंत्र का चौथा स्तंभ समाज के प्रतिबिंब के रूप में समाज को सही दिशा दिखाएगा।
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के दौरान निर्दोष जान गंवाने वाले लोगों को सरकार की तरफ से 10-10 लाख रुपए का मुआवजा तथा उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस आंदोलन के दौरान उपद्रवियों द्वारा किए गए विभिन्न प्रतिष्ठानों में तोड़-फोड़ व आगजनी की घटनाओं पर पूछे गए सवाल के जवाब में श्री बराला ने कहा कि इस नुकसान के आंकलन के लिए सरकार ने सभी उपायुक्तों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इस नुकसान के आंकलन में सभी सामाजिक संगठन सहयोग करें, ताकि पात्र लोगों को ही इस नुकसान का मुआवजा मिल सके। श्री बराला ने कहा कि
इस दौरान विभिन्न प्रतिष्ठानों में तोड़-फोड़ से हुए नुकसान के लिए प्रशासन द्वारा पारदर्शी व निष्पक्ष आंकलन किया जाएगा। इस आंकलन के दौरान चाय की दुकान से लेकर ज्वैलरी की दुकान, मॉल आदि में हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार की जाएगी तथा इसी रिपोर्ट के आधार पर पीडि़त व्यक्तियों को सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के दौरान तोड़-फोड़ करने वाले उपद्रवियों की भी पहचान करके उन्हें सख्त सजा दिलवाने का काम किया जाएगा।
अक्षय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री नायब सैनी ने कहा कि सभी समुदाय के लोग आपसी प्रेम और भाईचारे की भावना को मजबूत करने के लिए प्रयास करें। आपसी मन मुटाव व द्वेष भावना से समाज में किसी भी व्यक्ति का हित नही हो सकता। उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे विभिन्न समुदायों में आपसी सौहार्द का वातावरण कायम करने के लिए आगे आएं।
इस मौके पर पूर्व जिला भाजपा प्रधान श्री राजपाल तंवर, भाजपा नेता श्री रणधीर गोलन, पूर्व विधायक श्री लीला राम, श्री रविभूषण गर्ग, भाजपा नेता श्री धर्मपाल शर्मा, श्री संजय भारद्वाज, श्री श्याम हजवाना, श्री सतीश शर्मा व पार्टी के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।