- July 26, 2016
आंगनवाड़ी सहायिका की हत्या
फिरोजाबाद (विकासपालिवाल)——–भांडरी ग्राम में नहर की पटरी पर 19 जुलाई की रात आंगनबाड़ी सहायिका चंद्रकला की गला घोंटकर अज्ञात लोगों द्वारा हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में मृतका के भाई जगमोहन पुत्र वीरेश्वर सिंह निवासी शाहपुर थाना शिकोहाबाद द्वारा अज्ञात के नाम रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने चंद्रकला के हत्यारे को गिरफतार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया है।
आज थाना पर एसपी ग्रामीण अमर सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस द्वारा घटना को गंभीरता से लेते हुए चंद्रकला के हत्यारों की तलाश की जा रही थी।
पुलिस को आज 25 जुलाई को मुखबिर से सूचना मिली कि चंद्रकला की हत्या करने वाला शाहपुर मोड़ पर खड़ा हुआ है। इस सूचना पर थाना प्रभारी देवेंद्र शंकर पांडेय मय फोर्स के शाहपुर मोड़ पर दोपहर 12 बजे जा पहुंचे। उन्होंने दविश देकर
अभियुक्त कमलेश यादव पुत्र अंगद सिंह निवासी ग्राम मदरा थाना डौंकी, आगरा को गिरफतार कर लिया। उन्होंने बताया कि चंद्रकला की हत्या करने वाला कमलेश उसका फुफेरा देवर लगता था। चंद्रकला के पति की 26 जनवरी 2003 में एक्सीडेंट मे मौत हो गई थी।
कमलेश तभी से चंद्रकला की आर्थिक मदद करता चला आ रहा था। इसी बीच दोनों के मध्य प्रेम संबंध बाद में शारीरिक संबंध भी हो गए। धीरे-धीरे समय बीतता रहा और चंद्रकला के बच्चे बड़े हो गए। इस बीच चंद्रकला के अन्य लोगों सं भी संबंध हो गए। इसकी जानकारी कमलेश को होने पर उसने मन ही मन निर्णय ले लिया।
18 जुलाई को चंद्रकला दवा के बहाने अपने अन्य प्रेमी के साथ मथुरा, वृदांवन घूमते हुए अलीगढ़ पहुंची औ रात में वहां रूकी। जब 19 जुलाई को कमलेश ने चंद्रकला को फोन किया तो उसने झूंठ बोलते हुए अपनी बहन राखी के यहां फीरोजाबाद में होना बताया।
उसकी हड़बड़ाहट पर कमलेश को शक हो गया। कमलेश ने उसे आगरा रामबाग पर मिलने को बुलाया। चंद्रकला दोपहर 11 बजे रामबाग पर कमलेश से मिली। कमलेश उसे अपनी बाइक पर बैठाकर आगरा में घूमता रहा। शाम 6 बजे वह उसे लेकर भांडरी के लिए चल दिया।
रास्ते में मक्खनपुर पर वे दोनों रूके। कमलेश दारू लेकर आया वहां दोनों दारू पी। इसके बाद वे भांडरी के लिए चल दिए। उस समय रात के 9 बज गए थे। भांडरी जाते समय नहर की पटरी पर सुनसान जगह पर बाइक रोककर एक स्थान पर दोनों ने फिर से शराब पी।
नशा हो जाने पर कमलेश ने चंद्रकला को गिराकर उसकी साड़ी से गले में कसकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और बाइक लेकर अपने घर चला गया। नहर में शव को इसलिए नहीं फैंका ताकि परिवारीजन उसका दाहसंस्कार कर दें।