पुलिस बर्बर बल नही हो सकता है. लेकिन वह सभ्य इकाई होगा—-गृह मंत्री श्री राज नाथ सिंह

पुलिस बर्बर बल नही हो सकता है. लेकिन वह सभ्य इकाई होगा—-गृह मंत्री श्री राज नाथ सिंह

नागालैंड पोस्ट ————–गृह मंत्री श्री राज नाथ सिंह ने दंगा और जुलुस के समय धैर्य के साथ कदम उठाने का संकेत देते हुए कहा कि 21 वीं शदी की पुलिस बर्बर बल नही हो सकता है. लेकिन वह सभ्य इकाई होगा.
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ब्लू डुंग्री डोनिंग रैपीड एक्शन फोर्स के 25वीं वर्ष गांठ पर सिल्वर जुबली के अवसर पर संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने आग्रह किया है कि दंगों,जुलुसों और उपद्रवीयों के भीड को नियंत्रण के लिये मनोवैज्ञानिक और नई तकनीकी का उपयोग करें

गृह मंत्री ने कहा कि –ऐसी घटनाएं जो जातिवाद , धर्म और क्षेत्रवाद के आधार पर देश को पृथक करने के प्रयास में है उस पर कडी निगाहें रखें.

मैं समझता हूं कि कभी -कभी पुलिस को हलका बल प्रयोग करना पड्ता है लेकिन ऐसी स्थिति में बुद्धिमानी की आवश्यकता है.

ब्यूरो आफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD) को कह चुका हूं कि भींड नियंत्रण और पुलिस बल के लिये निदान की खोज करें

देश के आंतरिक सुरक्षा तंत्र को –कहा गया है की –कम से कम बल का प्रयोग करें और अधिक से अधिक बेहतर परिणाम पायें.

आर०ए०एफ की प्रशंशा करते हुए उन्होंने कहा कि अगले वर्ष 1 जनवरी से पांच नये बटालियन उपलब्ध की जायेगी जबकि अभी 10 बटालियसं है.

गृह मंत्री ने कहा – केंद्रीय सेना पुलिस बल (सीएपीएफ) के लिये वार्षिक भत्ता 10,000 रुप्ये की मंजरी की जायेगी उनके समयावधि में प्रोन्नति के लिये काफी गंभीर है. 10 लाख बलों को प्रोन्नति कि जानी है.

2022 के नये भारत के विजन हेतु सेना से योगदान के लिये कहा गया है.

सीआरपीएफ के अधिन सिर्फ आर०ए०एफ ही भीड नियंत्रण करने वाली एक मात्र ईकाई है.

देश के विभिन्न भागों में आर०ए०एफ के 10 बट्टालियन्य है (एक बट्टालियन्स में10,000) हैदराबाद ,अहमदाबाद, इलाहाबाद, मुम्बई , देल्ही , अलीगढ, कोयम्बटूर, जमशेदपुर, भोपाल और मेरठ.

(हिंदी अनुवाद–शैलेश कुमार)

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