- November 16, 2015
सरकार से बहुत आशावादी और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली : पीटर एग्नेफॉल
स्वीडन की फर्नीचर फर्म आइकिया के वैश्विक सीईओ पीटर एग्नेफॉल ने हाल में सरकार द्वारा एफडीआई सहित कई पहुलओं पर उठाए गए सुधारवादी कदमों को लेकर निवेदिता मुखर्जी के साथ से ऑनलाइन साक्षात्कार में रखा अपना पक्ष।
क्या पीएम मोदी सेे खुदरा नीति पर आश्वासन मिला?
प्रधानमंत्री के साथ बैठक बेहद अहम थी। उसमें कुछ प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई। मसलन कौशल विकास, महिला एवं बाल अधिकारों और भारत में खुदरा क्षेत्र के विकास में योगदान के लिए राह तलाशने जैसे विषयों पर बात हुई। स्थानीय फर्मों से 30 फीसदी सामान खरीदने के प्रावधान, जहां हम कुछ रियायत चाहते हैं, उसके अलावा ई-कॉमर्स को एकल ब्रांड खुदरा के लिए खोलने पर चर्चा हुई। हमें सरकार से बहुत आशावादी और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।
आपको स्थानीय खरीद में रियायत क्यों चाहिए?
हमने यही कहा कि 30 फीसदी स्थानीय खरीद की पांच वर्षीय अवधि का आकलन आइकिया के पहले निवेश के बजाय उसका पहला स्टोर खोलने के साथ किया जाए। नए आपूर्तिकर्ताओं और सतत उत्पादन क्षमताओं को विकसित करने में कुछ समय लगेगा, खासतौर से कुछ श्रेणियों का तो फिलहाल भारत में अस्तित्व भी नहीं है। आइकिया न केवल अपने भारतीय स्टोरों बल्कि देश से बाहर के स्टोरों के लिए भी भारत से 30 फीसदी से अधिक सामान खरीदने की मंशा रखती है लेकिन अपने पहले निवेश से पांच साल की अवधि में उस लक्ष्य तक पहुंचना बहुत मुश्किल होगा। आइकिया ने देश में 2013 में निवेश किया है लेकिन अभी तक उसका एक भी स्टोर नहीं खुला है।
एकल ब्रांड खुदरा में क्या सरकार नीति बदल रही है?
हम सरकार द्वारा नीति में किए बदलावों से खुश हैं, जिसमें पहला स्टोर खोलने के बाद 30 फीसदी सामान खरीदने वाला प्रावधान भी शामिल है।
स्टोर खोलने के लिए आपने क्या समयसीमा तय की है?
अभी हमारा लक्ष्य दिल्ली एनसीआर, मुंबई, बेंगलूरु और हैदराबाद में आइकिया स्टोर खोले जाएं और मौजूदा एवं नई श्रेणियों दोनों में अधिक आपूर्तिकर्ता तलाश जाएं। हमें स्थानीय स्तर पर कच्चे माल की सतत आपूर्ति की दरकार होगी और हम दीर्घावधिक साझेदारी के लिए स्थानीय उद्यमी तलाश रहे हैं। हमारी 2017 तक अपना पहला स्टोर खोलने की योजना है।
क्या आइकिया भारत में अब अधिक निवेश करेगी?
स्टोर खोलने और आपूर्ति शृंखला बढ़ाने, दोनों मोर्चों पर भारत को लेकर आइकिया की बड़ी योजनाएं हैं। इनसे रोजगार के बहुत मौके सृजित होंगे। वर्ष 2020 की शुरुआत तक हमारा लक्ष्य भारत से अपने सामान की खरीदारी को बढ़ाकर दोगुना करना है। फिलहाल भारत से 30 करोड़ यूरो के उत्पाद लिए जा रहे हैं।