- October 29, 2015
पूर्वोत्तर क्षेत्र में वाणिज्यिक हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने के बारे में विचार
नई दिल्ली (पेसूका ) – पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक में डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में निवेश, पर्यटन और उद्यमशिलता आकर्षित करने के लिए सबसे बड़ी बाधा इस क्षेत्र में पर्याप्त संपर्क सुविधा न होना है। पिछले एक वर्ष के दौरान रेल नेटवर्क के विस्तार में तेजी आई है।
मेघालय में पहले रेल संपर्क का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्तमान सरकार द्वारा पदभार संभालने के 6 महीने के अंदर ही हरी झंडी दिखाकर शुरू किया था। उन्होंने बताया कि अधिकांश भाग अभी भी रेल संपर्क से वंचित है। इसी प्रकार सड़क संपर्क भी प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण बुरी तरह प्रभावित हो जाता है। ऐसी स्थिति में हवाई संपर्क को सुधारना ही तात्कालिक व्यवहार्य विकल्प रह जाता है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय गुवाहाटी हवाई अड्डे को पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय केंद्र के रूप में विकसित करने की संभावना के बारे में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ बातचीत कर रहा है। इस क्षेत्र में हेलीकाप्टर रात को भी उतर सकते हैं और पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों के विभिन्न स्थानों पर नागरिकों के लिए लगातार वाणिज्यिक सेवाओं के लिए उपयोग किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे नागरिकों को अपनी जरूरतों और प्राथमिकताओं के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाने में मदद मिलेगी और उन्हें नियमित विमान सेवा की उपलब्धता पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इस बारे में विभिन्न हेलीकाप्टर कंपनियों जैसे पवन हंस के साथ विचार विमर्श किया जा सकता है और सभी के आपसी लाभ के लिए इससे संबंधित इक्विटी के बारे में पता लगाया जा सकता है। गुवाहाटी हवाई अड्डे के लिए दिल्ली, कोलकाता, जयपुर और बंगलौर सहित अनेक महत्वपूर्ण स्थानों से नियमित उड़ानें हैं।
इसलिए जब नियमित वाणिज्यिक हेलीकाप्टर सेवाएं शुरू हो जाएंगी तो देश के किसी भाग या विदेश से आने वाले यात्री जो गुवाहाटी हवाई अड्डे पर नागरिक हवाई जहाज से उतरेंगे, उन्हें इस क्षेत्र में आगे अपने गंतव्य स्थानों के लिए हेलिकाप्टर उड़ान संपर्क का विकल्प चुनने की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।