- October 28, 2015
मारुति सुजूकी : बिक्री में बढ़ोतरी : शुद्ध मुनाफा 1,225.6 करोड़ रुपये
देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजूकी ने जुलाई-सितंबर तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया। बिक्री बढऩे, कच्चे माल की लागत घटने और कम छूट के साथ अनुकूल विदेशी मुद्रा विनिमय की बदौलत चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 42 फीसदी बढ़कर 1,225.6 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 862.5 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की शुद्घ बिक्री 13,575 करोड़ रुपये रही और इस दौरान कंपनी ने पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा कारों की बिक्री की। हालांकि यह कंपनी का किसी तिमाही में रिकॉर्ड मुनाफा नहीं है, क्योंकि पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में कंपनी को 1,284 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
कंपनी का प्रदर्शन विश्लेषकों के उम्मीदों के अनुरूप रहा। मारुति सुजूकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने नतीजों को उम्मीद के अनुरूप बताते हुए कहा, ‘बिक्री में बढ़ोतरी, जिंसों की कम कीमतें, अनुकूल विदेशी मुद्रा विनिमय और लागत कम करने की कवायद से कंपनी को उच्च मुनाफा हुआ है।’ बेहतर नतीजों को देखकर बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 2.44 फीसदी बढ़त के साथ 4494.60 रुपये पर बंद हुआ। दूसरी तिमाही में मारुति ने सियाज और एस-क्रॉस की मदद से 353,335 कारें बेचने में सफल रही, जो पिछले साल की समान अवधि से 9.8 फीसदी ज्यादा है। इसके साथ ही कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में प्रति कार औसतन 22,000 रुपये की छूट दी थी, जो इस साल सितंबर तिमाही में घटकर 19,500 रुपये रही। इससे कंपनी को मार्जिन सुधारने में मदद मिली।
फिलीप कैपिटल ने एक नोट में कहा, ‘अच्छी बिक्री और नए मॉडलों को बाजार में उतारने के साथ ही मार्जिन में सुधार को देखते हुए हमने मारुति को भारतीय वाहन उद्योग में सुधार के लिए शीर्ष पर रखा है।’ उसने मारुति के शेयर का लक्षित भाव 4,700 रुपये प्रति शेयर रखा है। रेलिगेयर ने कहा कि सितंबर तिमाही में कंपनी का एबिटा मार्जिन 16.3 फीसदी रही, जबकि हमले 16.5 फीसदी का अनुमान लगाया था।
साल के शुरुआती 6 माह में कंपनी की कुल बिक्री 26,653 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल इस दौरान उसकी बिक्री 23,070 करोड़ रुपये थी। इसी तरह इस दौरान कंपनी का शुद्घ मुनाफा भी 49 फीसदी बढ़कर 2,418 करोड़ रुपये रहा। शुरुआती 6 माह के दौरान कंपनी ने 694,664 कारों की बिक्री की। मारुति सुजूकी के कार्यकरी निदेशक, सेल्स ऐंड मार्केटिंग आर एस कलसी ने कहा कि कंपनी को साल की दूसरी छमाही में भी दो अंकों में बिक्री बढऩे की उम्मीद है।
मारुति कुल बिक्री पर अपने जापानी साझेदार सुजूकी को 5.5 से 6 फीसदी का रॉयल्टी चुकाती है। कंपनी अब अगो से इस तरह का भुगतान येन की जगह रुपये में करेगी ताकि मुद्रा विनिमय में उतार-चढ़ाव का असर कम हो सके। नए करार के तहत कंपनी 5 फीसदी तक रॉयल्टी का भुगतान करेगी। मारुति प्रस्तावित गुजरात संयंत्र में सुजूकी के निवेश को लेकर अल्पांश शेयरधारकों की मंजूरी लेने की प्रक्रिया शुरू करेगी। इस प्रक्र्रिया की शुरुआत 16 नवंबर से शुरू होगी और 15 दिसंबर तक चलेगी।