• October 9, 2015

भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना : साढ़े 4 करोड़ लोगों कैशलेस ईलाज

भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना : साढ़े 4 करोड़ लोगों  कैशलेस ईलाज

जयपुर -प्रदेश में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए के तहत साढ़े 4 करोड़ से अधिक प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण कैशलेस स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान किया जायेगा। मुख्यमंत्री के बजट भाषण 2014-15 में इस महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की गयी थी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गयी। इस योजना के लिए न्यू इंडिया एश्योरेन्स कम्पनी को अवार्ड ऑफ कान्ट्रेक्ट जारी करने के साथ ही अनुबंध किया जा चुका है एवं आगामी 13 दिसम्बर से इस योजना का शुभारम्भ किया जायेगा।
श्री राठौड़ ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेशवासियों द्वारा स्वास्थ्य पर किये जाने वाले व्यय को कम करने के साथ ही चिकित्सा पर व्यय को बीमा के माध्यम से कवर करना है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश के निर्धन व्यक्ति का भी उच्च निजी चिकित्सालयों में उपचार हो सकेगा। प्रदेश के समस्त भामाशाह कार्डधारी, प्रदेश के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में आने वाले परिवार एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में आने वाले परिवार इस योजना से लाभांवित होंगे।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इलाज के लिए कैशलेस सुविधाएं एवं न्यूनतम 24 घंटे की अस्पताल भर्ती सुरक्षा भी उपलब्ध रहेंगी। प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष सामान्य बीमारीयों हेतु 30 हजार का बीमा उपलब्ध कराने के साथ ही चिन्हित गंभीर बीमारियों हेतु 3 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष लगभग 400 करोड़ रूपये व्यय कर एक करोड़ परिवारों को 3 लाख करोड़ रूपये का बीमा कवर उपलब्ध करवाया जायेगा।
श्री राठौड़ ने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत विभिन्न बीमारियों के अन्य राज्यों से अधिक पैकेज निर्धारित किये गये हैं। इनमें टर्सरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर 500, सैकेण्डरी हैल्थ केयर संस्थानों के 1045 एवं राजकीय चिकित्सा संस्थानों के लिए आरक्षित 170 पैकेज शामिल हैं।
समीक्षा बैठक में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री नवीन जैन, अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. नीरज के पवन, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

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