• September 30, 2015

सुचारू जलापूर्ति नागौर जिले की सर्वोच्च प्राथमिकता -प्रभारी सचिव, नागौर

सुचारू जलापूर्ति नागौर जिले की सर्वोच्च प्राथमिकता -प्रभारी सचिव, नागौर

जयपुुर – पेयजल की उपलब्धता नागौर जिले में प्रमुख समस्या रही है इसलिए अब इसकी सुचारू आपूर्ति ही जिले के सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होनी चाहिए। जिले के प्रभारी सचिव तथा पशुपालन, मत्स्य एवं गौपालन विभाग के शासन सचिव श्री अश्विनी भगत ने मंगलवार को नागौर कलक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए यह बात कही।

जिला कलक्टर श्री राजन विशाल तथा विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि पेयजलापूर्ति के सम्बंध में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए तथा सम्बंधित विभाग आपसी समन्वय बनाते हुए जनता को शुद्घ पेयजल उपलब्ध कराने के हर सम्भव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि बिजली के कनेक्शनों के अभाव में तैयार ट्यूबवैल नकारा नहीं पड़े रहें। उन्होंने जलदाय विभाग तथा एवीवीएनएल के अभियंताओं को निर्देश दिए कि सुचारू जलापूर्ति के लिए दोनों विभाग संयुक्त रूप से अपनी जिम्मेदारी निभाएं।

प्रभारी सचिव ने नागौर लिफ्ट कैनाल परियोजना की प्रगति की समीक्षा की तथा शहरी जलापूर्ति के बारे में भी अभियंताओं से फीडबैक लिया। विभिन्न विकास योजनाओं के तहत जल स्रोत निर्माण के बारे में निर्देश देते हुए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को कहा कि किसी भी जल स्रोत के निर्माण से पूर्व उसकी भावी उपयोगिता सुनिश्चित कर ली जाए।

एवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता को निर्देश देते हुए प्रभारी सचिव ने कहा कि हाई रिस्क स्थानों की पहचान कर उन्हें दुरुस्त कराने का काम शीघ्र पूरा करें। उन्होंने कहा कि जिस भी स्थान पर किसी भी कारण से हादसे की आ६ांका प्रतीत होती हो उस हाई रिस्क स्थान के रूप में चिन्ंिहत किया जाए। उन्होंने जिले में बिजली चोरी के प्रतिशत को कम करने के लिए कार्यवाही करने हेतु भी निर्देशित किया। इस दौरान जिला कलक्टर ने प्रभारी सचिव के सामने मकराना स्थित एवीवीएनएल के मेंटेनेंस स्टोर को पूर्ण सुविधायुक्त बनाने की मांग रखी ताकि मकराना के समीपवर्ती क्षेत्रें के उपभोक्ताओं को मकराना में ही सुविधाएं मिल सकें।

प्रभारी सचिव ने जिले के सभी निर्माण कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सार्वजनिक निर्माण तथा अन्य सभी विभागों के निर्माण कार्यों की कार्य पूरा होने की अवधि के अनुसार सूची तैयार हो तथा इन कार्यों की प्रगति की सोमवार को होने वाली साप्ताहिक बैठक में समीक्षा की जाए। जिला प्रभारी सचिव श्री अश्विनी भगत ने जिला शिक्षा अधिकारियों तथा शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों से प्राइमरी विद्यालयों का स्तर सुधारने के लिए व्यवस्थागत समीक्षा के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि शैक्षणिक स्टाफ की नियमित उपस्थिति, पाठ्यक्रम पूरा कराने की प्रगति तथा शिक्षक-अभिभावक बैठक की अधिकारी निगरानी रखें। प्रभारी सचिव ने कुपोषित बच्चों की सतत निगरानी, बजट घोषणाओं के तहत विकास कार्यों में प्रगति लाने तथा चौक-चौराहों पर टूटी सड़कें दुरुस्त कराने सम्बंधी अन्य निर्देश भी दिए।
प्रभारी सचिव ने सरकारी छात्रावासों में किचन गार्डन विकसित कराने तथा पालनहार योजना में शत-प्रतिशत पात्रों को लाभान्वित करने के लिए चलाए जा रहे शिविर अभियान की सराहना की।

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