- September 8, 2015
डेंगू रोगी के घर के आसपास के 50 घरों में करायें स्प्रे -चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने मलेरिया पी.एफ. रोगी एवं डेंगू रोगी पाये जाने पर रोगी के आसपास के 50 घरों में पायरेथ्रम का फोकल स्प्रे करने के साथ ही आउटब्रेक की स्थिति में आवश्यक दवाईयां एवं चिकित्सकीय दल (रैपिड रेस्पोंस टीम) आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों पर चिकित्सकों व पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ का मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं।
श्री राठौड़ सोमवार को सायं स्वास्थ्य भवन में प्रदेश में मलेरिया, डेंगू व स्क्रब टाईफस सहित मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने पानी भरने वाले समस्त स्थलों पर मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वा गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने एवं मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी के ठहराव वाले स्थानों पर एम.एल.ओ. डलवाने के निर्देश दिये। उन्होंने पीने के पानी के टांकों में टेमीफोस डलवाने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी जिलों में हैचरीज का समुचित रख-रखाव सुनिश्चित करने एवं हैचरीज से गम्बूशिया मछलियां तालाब एवं टांको में डलवाने के लिए भी कहा है।
मलेरिया जांच हेतु 53 लाख 57 हजार रक्त पट्टिकाओं की जांच
प्रदेश में वर्ष 2015 में 29 अगस्त तक मलेरिया की जांच के लिये 53 लाख 57 हजार 892 रक्त पट्टिकाओं की जांच में 7 हजार 207 मलेरिया पॉजिटिव एवं 117 पीएफ पॉजिटिव मामले पाये गये है एवं दो व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। वर्ष 2014 में मलेरिया की जांच के लिये 88 लाख 10 हजार 139 रक्त पट्टिकाओं की जांच में 15 हजार 118 मलेरिया पॉजिटिव एवं 603 पीएफ पॉजिटिव मामले पाये गये एवं 3 व्यक्तियों की मृत्यु हुई। वर्ष 2013 में मलेरिया की जांच के लिये 89 लाख 9 हजार 848 रक्त पट्टिकाओं की जांच में 33 हजार 139 मलेरिया पॉजिटिव एवं एक हजार 89 पीएफ पॉजिटिव मामले पाये गये एवं 15 व्यक्तियों की मृत्यु हुई।
इसी प्रकार डेंगू के वर्ष 2015 में 29 अगस्त तक 263 सैम्पल पॉजिटिव पाये गये। जबकि गत वर्ष इस दौरान 202 सैम्पल पॉजिटिव पाये गये थे एवं 2 व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी। वर्ष 2014 में कुल 1 हजार 243 सैम्पल पॉजिटिव पाये गये थे। इसी प्रकार चिकनगुनिया के वर्ष 2013 में 21, वर्ष 2014 में 50 एवं वर्ष 2015 में 29 अगस्त तक 9 सैम्पल पॉजिटिव पाये गये।
एसएमएस में रहे विशेष व्यवस्था
श्री राठौड़ ने प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सालय सवाई मानसिंह चिकित्सालय में मलेरिया पीएफ व डेंगू के क्रिटीकल मरीजों के इलाज की विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिये है। उन्होंने एसएमएस में की गयी व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने स्वाइन फ्लू की भी विस्तार से समीक्षा की एवं आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिये।
बैठक में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. यू.एस. अग्रवाल, अधीक्षक डॉ. मानप्रकाश शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।