- July 14, 2015
सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली का शुभारंभ – श्री जी.एस. बाली
(हिमाचल प्रदेश) – मोबाईल टैबलेट के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं का डाटा एकत्र करने वाला देश का पहला राज्य बना हिमाचल सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली के शुभारंभ के साथ, हिमाचल प्रदेश समूचे राज्य में मोबाईल टैबलेट के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं का डाटा एकत्र करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
परिवहन मंत्री श्री जी.एस. बाली ने आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली का शुभारंभ किया और इस एप्लीकेशन से लैस मोबाईल टैबलेट प्रदेश के सभी पुलिस जिलों के प्रतिनिधियों व विभिन्न हितधारकों को सौंपे। यह परियोजना विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित राज्य सड़क परियोजना का भाग है, जिसके अंतर्गत हिमाचल प्रदेश सड़क आधारभूत ढांचा एवं विकास निगम के माध्यम से सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली ब्रिटेन की कंपनी ‘टी.आर.एल. लिमिटेड’ द्वारा केरल की एक्सपीरियन टेक्नाॅलाॅजिज इंडिया के सहयोग से यह प्रणाली प्रदेश के लिए तैयार की गई है।
इस अवसर पर श्री बाली ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित डाटा की उपलब्धता सड़क सुरक्षा के परिदृश्य का आंकलन करने और आवश्यक कदम उठाने व निर्णय लेने में मददगार होती है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली वैज्ञानिक तरीके से सड़क सुरक्षा प्रबंधन की दिशा में महत्त्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली के लागू होने से प्रदेश में दुर्घटना संभावित स्थल चिन्हित करने, दुर्घटना के कारणों को जानने, इनसे संबंधित आंकड़े एकत्रित करने तथा इनका आंकलन कर सुधार के लिए समुचित कदम उठाने में मदद मिलेगी।
परिवहन मंत्री ने डाटा एकत्रण के साथ-साथ लोगों को यातायात नियमों की पालना के प्रति शिक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने युवाओं की वाहनों को तेज गति से चलाने की प्रवृति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह महत्त्वपूर्ण है कि वाहन चलाते समय सभी यातायात नियमों की अनुशासन से पालना की जाए, ताकि सड़कों को सभी के लिए सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के लागू होने से परिवहन, लोक निर्माण विभाग तथा पुलिस सहित सड़क सुरक्षा से संबंधित अन्य सभी विभागों को समन्वित तरीके से सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दुर्घटना पीडि़तों के लिए अलग से कोष सृजित करने पर विचार कर रही है। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य, श्री विनीत चैधरी ने कहा कि इस प्रणाली के लागू हाने से सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित डाटा उपलब्ध होगा, जिससे दुर्घटना संभावित स्थलों को चिन्हित कर वहां बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं एवं ट्राॅमा केयर सेवाएं विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने सड़क सुरक्षा को लेकर एक व्यापक कार्यक्रम बनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग, श्री नरेंद्र चैहान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहां सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के कार्यान्वित होने से दुर्घटनाओं के संदर्भ में समुचित जानकारी उपलब्ध होगी, जिससे सुधारात्मक कदम उठाने में मदद मिलेगी तथा भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं को टालने तथा अधिक से अधिक लोगों के जीवन की रक्षा करने में मदद मिलेगी।
पुलिस महानिदेशक श्री संजय कुमार ने कहा कि सड़क दुर्घटना डाटा प्रबन्धन प्रणाली बहुमूल्य जीवनों की रक्षा के लिए कार्यान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित सभी विभाग लोगों को सुरक्षित सड़क यात्रा सुनिश्चित बनाने के लिए निरन्तर कार्य कर रहे हैं तथा यह प्रणाली इस प्रतिबद्धता को और मजबूत करने में मददगार होगी।
इस अवसर पर परियोजना के बारे में जानकारी लेते हुए टी.आर.एल. लिमिटेड के दल प्रमुख श्री सुबु कमल ने कहा कि हिमाचल में कार्यान्वित की जा रही यह प्रणाली विश्व की अद्यतन प्रणालियों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि यह एप्लीकेशन हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है तथा बिना इंटरनेट सुविधा के भी कार्य करती है।
इस अवसर पर टी.आर.एल. से संबंधित ब्रिटेन के सड़क दुर्घटना विशेषज्ञ श्री मार्क फैल्ल ने सड़क सुरक्षा क्षेत्र में अपने अनुभवों को सबके साथ सांझा किया। इस दौरान भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी, आईजीपी, रेलवे एवं ट्रैफिक श्री जाहुर जैदी ने सड़क दुर्घटन डाटा प्रबंधन प्रणाली पर पावर प्वांइट प्रेजेंटेशन दी तथा इसके उपयोग एवं कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री नरेश शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों व ‘टी.आर.एल. लिमिटेड’ के पदाधिकारियों सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।