- July 13, 2015
85 करोड़ की पेयजल योजनाओं की स्वीकृति
जयपुर – जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने बताया कि राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए 85 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की ।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई शहरों में पेयजल को लेकर विभिन्न समस्याएं आ रही थी, उन्हें दुरस्त करने एवं शहरी आबादी को नियमित गुणवत्तायुक्त पेयजल की आपूर्ति के लिए 85 करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी है। इसमें नये नलकूप लगाने, पेयजल पाइप लाइन, जलाशयों व पानी की टंकियों की मरम्मत और उनकी साफ-सफाई करने जैसे कार्यों को किया जायेगा।
सरकार का लक्ष्य है – “हर व्यक्ति को मिले गुणवत्तायुक्त पानी”
इस अवसर पर श्रीमती माहेश्वरी ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को शुद्घ पेयजल उपलब्ध कराना राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण मिशन है। उन्होंने बताया कि वे स्वयं व्यक्तिगत रूप से भी यह ध्यान रखेंगी कि पेयजल व्यवस्थाओं के सुधार कार्यों में पारदर्शिता बरती जाये तथा वे यह चाहेंगी कि बजट का एक-एक पैसा जनता की भलाई पर खर्च हो।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि इस स्वीकृत राशि से बारां, बूंदी, चित्तौडगढ़, बांसवाड़ा शहरों व अजमेर में किशनगढ़, विजयनगर, सरवाड़, अलवर में खेरथल, बहरोड़, प्रतापगढ़ व छोटी सादड़ी, चूरू में रतनगढ़, छापर, सुजानगढ़, सरदार शहर, रतननगर व तारानगर, डूंगरपुर में सागवाड़ा, हनुमानगढ़ में संगरिया, नोहर, भादरा, रावतसर व पीलीबंगा, श्रीगंगानगर में रायसिंह नगर, अनूपगढ़, सादुलशहर, पदमपुर, केसरीसिंहपुर व गजसिंहपुर, जयपुर में चौमू, फुलेरा, किशनगढ़-रेनवाल, कोटपूतली, शाहपुरा, विराटनगर, जोबनेर व बगरू, झुंझुनूं में चिड़ावा, बग्गड़, खेतड़ी, मण्डावा व उदयपुरवाटी, जोधपुर में बिलाड़ा, कोटा में रामगंज मण्डी, नागौर में मूण्डवा, मेड़तासीटी व कुचामन, पाली में सोजतसीटी, सादड़ी व फालना स्टेशन, राजसमन्द में देवगढ़, सीकर में खण्डेला, रींगस व लौसल और टोंक में निवाई शहरी क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण किया जायेगा।
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