- July 12, 2015
व्यापम घोटाले की 10 टन (दो ट्रक) दस्तावेज सीबीआई के हवाले : 2100 आरोपी गिरफ्तार
नयी दिल्ली (पंकज दास) – मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) सोमवार से शुरू कर सकती है. ऐसे में सबसे पहले मामले से जुड़े सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंपे जाएंगे.
मामले की जांच से जुड़े विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के पास लगभग 10 टन दस्तावेज उपलब्ध हैं, जो कम से कम दो ट्रकों में आएंगे. लगभग दो वर्ष पूर्व जुलाई 2013 में व्यापमं घोटाले का खुलासा होने पर यह मामला एसटीएफ को सौंपा गया था और फिर उच्च न्यायालय ने पूर्व न्यायाधीश चंद्रेष भूषण की अध्यक्षता में अप्रैल 2014 में एसआईटी बनाई थी, जिसकी देखरेख में एसटीएफ जांच कर रहा था.
नौ जुलाई, 2015 को सर्वोच्च न्यायालय ने व्यापमं की जांच सीबीआई को सौंपने के निर्देश दिए. सीबीआई के सोमवार को भोपाल पहुंचने की संभावना है. एसआईटी के प्रमुख चंद्रेष भूषण ने शनिवार को मीडिया से कहा था, “व्यापमं की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है, लिहाजा तमाम दस्तावेज एसटीएफ द्वारा सीबीआई को सौंपे जाएंगे. अब जांच सीबीआई को ही करनी है.”
व्यापमं मामले में कुल 55 प्रकरण दर्ज किए गए थे. अब तक 2100 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, वहीं 491 आरोपी अब भी फरार हैं. जांच के दौरान कथित तौर पर मामले से जुड़े 48 लोगों की मौत हो चुकी है. एसटीएफ इस मामले के 1200 आरोपियों के चालान भी पेश कर चुकी है. एसटीएफ सूत्र ने कहा, “पिछले दो वर्ष में हुई जांच के दौरान कई आरोपियों और इससे जुड़े लोगों से पूछताछ की गई. उनके बयान भी दर्ज हुए, इन सब का लेखाजोखा भी है. 1200 आरोपियों की केस डायरी भी न्यायालय में पेश की जा चुकी है.”
सूत्रों का दावा है उपलब्ध दस्तावेज कम से कम दो ट्रकों में आएंगे और उनका वजन लगभग 10 टन होगा. सूत्रों के अनुसार, दस्तावेज एसटीएफ से सीबीआई को सौंपे जाने में एक माह तक का समय लग सकता है.